कंपनी की योजना इस अधिग्रहण के माध्यम से उत्तरी अमेरिका और यूरोपीय बाजारों में अपने कारोबार का विस्तार करने की है। प्रिकॉल और पीएमपी ऑटो कंपोनेंट्स ने इस सौदे के लिए बाध्यकारी समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं। प्रिकॉल पीएमपी के वाइपिंग बिजनेस में पूरी हिस्सेदारी का अधिग्रहण करेगी।
दोनों कंपनियां इस सौदे को शीघ्र पूरा करने के लिए मिलकर काम करेंगी। इस अधिग्रहण से प्रिकॉल को यूरोप और नॉर्थ अमेरिका में मैन्यूफैक्चरिंग क्षमता मिलेगी, जहां अभी उसकी कोई उपस्थिति नहीं है। इस अधिग्रहण के साथ प्रिकॉल पैसेंजर व्हीकल मैन्यूफैक्चरर्स के साथ अपनी उपस्थिति को और मजबूत बना पाएगी।
पीएमपी, जिसका टर्नओवर 250 करोड़ रुपए का है, के चेक रिपब्लिक, मेक्सिको और भारत में मैन्यूफैक्चरिंग प्लांट हैं। यह फॉक्सवैगन, डैमलर, फिएट, जॉन डियर, स्कोडा, ऑडी, रेनॉल्ट और टाटा मोटर्स को कंपोनेंट्स की आपूर्ति करती है। प्रिकॉल अपनी लांग-टर्म प्रोडक्ट डाइवर्सीफिकेशन रणनीति के तहत यह अधिग्रहण कर रही है और उसका मानना है कि वाइपिंग सिस्टम तेजी से बढ़ता सेगमेंट है।
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