नई दिल्ली। देश में बिजली की खपत चालू माह (मार्च) के पहले 12 दिन में एक साल पहले की समान अवधि की तुलना में 16.5 प्रतिशत बढ़कर 47.67 अरब यूनिट पर पहुंच गई। बिजली मंत्रालय के आंकड़ों से यह जानकारी मिली। इन आंकड़ों से पता चलता है कि देश में आर्थिक गतिविधियों की स्थिति सुधर रही है। बीते साल एक से 12 मार्च की अवधि में बिजली की खपत 40.92 अरब यूनिट थी।
वहीं इस 12 दिन की अवधि में व्यस्त समय की बिजली की मांग मार्च, 2020 के पूरे महीने के 170.16 गीगावॉट के रिकॉर्ड से कहीं ऊंची रही। व्यस्त समय में बिजली की मांग से तात्पर्य एक दिन में सबसे ऊंची आपूर्ति से है। इस साल 12 मार्च तक व्यस्त समय की बिजली की मांग 11 मार्च को 186.03 गीगावॉट के उच्चस्तर पर पहुंच गई। यह पिछले साल के 170.16 गीगावॉट से करीब 9.3 प्रतिशत अधिक है। तीन मार्च, 2020 को 170.16 गीगावॉट की सबसे अधिक व्यस्त समय की बिजली की मांग दर्ज की गई थी।
विशेषज्ञों का कहना है कि बिजली की मांग और उपभोग में बढ़ोतरी से संकेत मिलता है कि महामारी की वजह से लगाए गए लॉकडाउन के बाद अब अर्थव्यवस्था पूरी तरह उबर चुकी है। विशेषज्ञों ने कहा कि गर्मी बढ़ने और वाणिज्यिक और औद्योगिक गतिविधियों में सुधार से मार्च में बिजली की मांग में 10 प्रतिशत से अधिक की वृद्धि होगी। विशेषज्ञों का अनुमान है कि चालू महीने में बिजली की मांग मार्च, 2020 के 98.95 अरब यूनिट के आंकड़े से अधिक रहेगी।
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