नई दिल्ली। अगले साल के लोकसभा चुनाव से पहले राजनीतिक विज्ञापनों में पारदर्शिता लाने की कोशिश के तहत फेसबुक ने गुरुवार को विज्ञापनदाताओं के लिए कुछ चीजों को अनिवार्य करने की घोषणा की है। कंपनी के नए निर्देशों के मुताबिक विज्ञापनदाताओं के लिए फेसबुक और इंस्टाग्राम पर कोई भी विज्ञापन सामग्री डालने से पहले अपनी पहचान और स्थान सार्वजनिक करना अनिवार्य होगा।
अगले साल की शुरुआत से यह सोशल मीडिया वेबसाइट सभी तरह के राजनीतिक विज्ञापनों के साथ विज्ञापनदाताओं के विवरण के साथ घोषणा (डिस्क्लेमर) भी दिखाएगा। फेसबुक ने एक ब्लॉग में कहा है कि निजी विज्ञापन से संबंधित बजट जैसी जानकारी ऑनलाइन खोजे जाने लायक विज्ञापन लाइब्रेरी के जरिये उपलब्ध कराई जाएगी।
भारत में फेसबुक के 20 करोड़ से अधिक यूजर्स हैं। फेसबुक ने कहा है कि यह महत्वपूर्ण है कि लोग उस विज्ञापन के बारे में और अधिक जानें, जिसे वो देख रहे हैं, विशेषकर उन्हें जो राजनीतिक व्यक्ति, राजनीतिक दल, चुनाव और नीति निर्माण से जुड़े हैं।
इससे पहले फेसबुक इस अमेरिका, ब्राजील और ब्रिटेन में अनिवार्य बना चुकी है। भारत में राजनीति से जुड़े विज्ञापनों में पारदर्शिता लाने के उद्देश्य से कंपनी ने अपना पहला कदम उठाया है। फेसबुक के मुताबिक अब से प्रत्येक व्यक्ति, जो राजनीति से जुड़ा कोई विज्ञापन भारत में चलवाना चाहता है उसे सबसे पहले अपनी पहचान और स्थान के बारे में बताना होगा और यह भी बताना होगा कि किसने यह विज्ञापन लगाया है।
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