अहमदाबाद। टाटा नैनो के साणंद प्लांट में चल रहे हड़ताल में नया मोड आ गया है। पुलिस ने करीब 300 हड़ताली कर्मचारियों को हिरासत में ले लिया है। कर्मचारियों पर पुलिस की अनुमति के बिना प्लांट के बाहर रैली करने का आरोप है। शनिवार को गुजरात पुलिस ने खेदुत समाज के नेता सागर रबारी, कांग्रेस महासचिव लालजिभाई देसाई, वरिष्ठ यूनियन अधिकारी असीम रॉय समेत अन्य लोगों को गिरफ्तार किया है। टाटा ने 28 मजदूरों को निलंबित कर दिया था, जिसके बाद लगभग 422 कर्मचारी 22 फरवरी से हड़ताल पर हैं।
लिखित मंजूरी नहीं लेने की वजह से हुई गिरफ्तारी
पुलिस ने बताया कि प्रदर्शनकारियों ने रैली करने की कोई लिखित मंजूरी नहीं ली थी। इसके इतर अहमदाबाद ग्रामीण के पुलिस उपाधीक्षक पीओ भट्ट ने बताया कि उन्होंने आयोजन के लिए मजिस्ट्रेट से लिखित मंजूरी लिए बिना जीआईडीसी के द्वार संख्या दो पर जुटने के बाद सभी प्रदर्शनकारियों को हिरासत में ले लिया। उन्होंने बताया कि इन कर्मचारियों की संख्या करीब 300 है। बता दें कि टाटा नैनो के साणंद स्थित संयंत्र के 26 कर्मचारियों को निलंबित किया गया था। इन निलंबित कर्मचारियों को दोबारा काम पर रखने के लिए कंपनी के साथ की जा रही बातचीत के नाकाम होने के बाद कर्मचारियों ने संयंत्र के पास विरोध रैली के साथ आगे बढऩे का निर्णय किया।
22 फरवरी के बाद से कर्मी हैं हड़ताल पर
हड़ताली कर्मचारियों को लेकर बताते चलें कि 22 फरवरी के बाद से कम से कम 422 कर्मचारी हड़ताल पर हैं। इनकी मांग है कि उनके सहकर्मियों का निलंबन तत्काल वापस लिया जाए। कंपनी ने इसे अनुशासनहीनता करार दिया और दो कर्मचारियों को निलंबित कर दिया। इसके बाद में संयंत्र के अंदर कथित रूप से नए वाहनों को क्षतिग्रस्त करने को लेकर 24 अन्य कर्मचारियों को निलंबित कर दिया था।
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