नोएडा। विजय माल्या जैसे कॉरपोरेट लोन डिफॉल्टर्स पर निशाना साधते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि जहां एक ओर गरीब लोग ईमानदार और सदाशयी हैं, वहीं कुछ अमीर कर्जदार ऋण लेकर भागने के रास्ते ढूंढ़ते हैं।
सरकार के वित्तीय समावेशी कार्यक्रम स्टैंड अप इंडिया की शुरुआत के मौके पर आयोजित समारोह को संबोधित करते हुए मोदी ने कहा कि प्रधानमंत्री जनधन योजना के तहत गरीबों को शून्य बैलेंस वाला खाता खोलने के लिए प्रोत्साहित किया गया, लेकिन उन्होंने इन खातों में 35,000 करोड़ रुपए जमा किए। उन्होंने कहा कि देश ने गरीबों की सदाशयता देखी है। अमीर कर्जदार बैंकों से ऋण लेकर उसे न चुकाने के तरीके ढूंढ़ते हैं। गरीब लोगों को जनधन योजना के तहत शून्य शेष वाला खाता खोलना था। लेकिन उनकी ईमानदारी और आत्मसम्मान देखिये कि उन्होंने इन खातों में 50, 100, 200 की छोटी-छोटी राशि जमा करवाई है। अब इन खातों में जमा 35,000 करोड़ रुपए को पार कर गई है। यह हमारे गरीब लोगों की सदाशयता है।
हालांकि, मोदी ने शराब कारोबारी विजय माल्या का नाम नहीं लिया। माल्या की समूह की कंपनी पर 17 बैंकों का 9,000 करोड़ रुपए का लोन बकाया है। वह चार मार्च को देश से बाहर चले गए। फिलहाल माल्या ब्रिटेन में हैं।
Latest Business News