मुंबई। जेट एयरवेज विदेशी पायलटों के मुकाबले भारतीय पायलटों के साथ सौतेला व्यवहार कर रही है। पायलटों के संगठन एनएजी ने यह आरोप लगाया है। विदेशी पायलटों के कथित नस्ली रूख के खिलाफ त्वरित कार्रवाई की मांग करते हुए नेशनल एविएटर्स गिल्ड (एनएजी) ने ऐसे पायलटों को कॉकपिट में जाने की अनुमति नहीं देने को कहा है।
इससे पहले, संगठन ने 15 अप्रैल को सदस्यों से कॉकपिट में विदेशी पायलटों के साथ उड़ान पर नहीं जाने को कहा था। एक विदेशी पायलट द्वारा हाल ही में बेंगलुरू में एक प्रशिक्षु के साथ कथित दुर्व्यहार के बाद यह निर्देश जारी किया गया था। जेट एयरवेज में 60 विदेशी पायलट हैं जो मुख्य रूप से बोइंग 737 और एटीआर बेड़े का परिचालन करते हैं।
कड़े शब्दों में जारी बयान में एनएजी ने कहा कि कुछ विदेशी पायलटों की अपमानित करने वाला, अनुचित और नस्ली टिप्पणी को हल्के में नहीं लिया जा सकता। एनएजी ने दावा किया, इससे पहले एयरलाइन के एक विदेशी पायलट ने वरिष्ठ प्रशिक्षु के साथ दुर्व्यहार किया था। प्रबंधन भारतीय कर्मचारियों के साथ लंबे समय से सौतेला व्यवहार कर रहा है और अपने कर्मचारियों की वैध उम्मीदों को पूरा नहीं किया।
इस बारे में फिलहाल जेट एयरवेज से फिलहाल कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली है। गिल्ड का दावा है कि नरेश गोयल प्रवर्तित जेट एयरवेज के करीब 1,500 पायलटों में 1,000 पायलट उसके सदस्य हैं। इससे पहले, एनएजी ने 15 अप्रैल को निर्देश जारी कर अपने सदस्यों को एक मई से विदेशी पायलटों के साथ उड़ान पर जाने से मना किया।
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