पेट्रोल पांच हफ्ते में 4.47 रुपए और डीजल 6.46 रुपए हुआ मंहगा, कीमतें पहुंची एक साल के उच्चतम स्तर पर
पिछले पांच हफ्ते में पेट्रोल 4.47 रुपए और डीजल 6.46 रुपए प्रति लीटर मंहगा हो चुका है। इसके कारण फ्यूल के दाम पिछले एक साल के उच्चतम स्तर पर पहुंच गए हैं।
नई दिल्ली। अंतरराष्ट्रीय बजार में कच्चे तेल की कीमतों में आई तेजी के कारण पेट्रोल–डीजल के दामों में भारी बढ़ोतरी हुई है। भारत में पिछले पांच हफ्ते में पेट्रोल कुल मिल कर 4.47 रुपए और डीजल 6.46 रुपए प्रति लीटर मंहगा हो चुका है। इसके कारण फ्यूल के दाम पिछले एक साल के उच्चतम स्तर पर पहुंच गए हैं। अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल का दाम 50 डॉलर प्रति लीटर से ऊपर पहुंच गया है, जो जनवरी में एक समय 26-27 डॉलर प्रति बैरल तक गिर गया था। वैश्विक बजार में कच्चे तेल की कीमत और डॉलर के मुकाबले रुपए में घट बढ़ के आधार पर देश की सरकारी तेल कंपनियां हर 15 दिनों में पेट्रोल-डीजल की कीमतों का समीक्षा करती है। तेल कंपनियों ने मंगलवार आधी रात से पेट्रोल का दाम 2.58 रुपए और डीजल का 2.26 रुपए प्रति लीटर बढ़ा दिया।
मार्च से अब तक पेट्रोल 8.99 और डीजल 9.79 रुपए हुआ महंगा
पहली मई से अब तक फ्यूल के दाम में यह लगातार तीसरी बढ़ोतरी है। इससे दिल्ली में पेट्रोल 65.60 रुपए और डीजल 53.93 रुपए प्रति लीटर हो गया है। इससे पहले पहली और 17 मई को पेट्रोल क्रमश 1.06 रुपए और 0.83 रुपए तथा डीजल 2.94 रुपए और 1.26 रुपए प्रति लीटर मंहगा हुआ। पिछले 16 अप्रैल को छोड़ कर 17 मार्च से पेट्रोल-डीजल के दाम हर समीक्षा में बढ़ें हैं। अप्रैल मध्य में पेट्रोल 0.74 रुपए और डीजल 1.30 रुपए सस्ता किया गया था। मार्च 17 को पेट्रोल 3.07 रुपए और चार अप्रैल को 2.19 रुपए प्रति लीटर महंगा किया गया था। डीजल के दामों में 16 अप्रैल की कटौती से पहले लगातार चार बार वृद्धि की गई थी जो कुल मिला कर 4.63 रुपए थी। इस तरह मध्य मार्च से पेट्रोल कुल मिला कर 8.99 रुपए और डीजल 9.79 रुपए प्रति लीटर मंहगा हुआ है।
तस्वीरों में जानिए क्रूड से जुड़े फैक्ट्स
Facts of Crude oil
कच्चे तेल में तेजी और रुपए में गिरावट से बढ़ी कीमतें
इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन (आईओसी) ने मंगलवार को तेल मूल्यों में संशोधन के बाद कहा कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में डीजल और पेट्रोल के वर्तमान मूल्यों और डॉलर-रुपया विनिमय दर को देखते हुए यहां इनके दामों में बढ़ोतरी आवश्यक हो गई है। ऐसे में इसके असर को कीमतों में इस संशोधन के माध्यम से उपभोक्ताओं पर डाला जा रहा है। इस बीच गोवा सरकार ने कहा है कि वह पेट्रोल के दाम में बढ़ोतरी के बाद इस पर वैट की दर घटाएगी। मुख्यमंत्री लक्षमीकांत परसेकर ने पीटीआई भाषा से कहा, हमने अपने बजट में वायदा किया है कि हम गोवा में पेट्रोल का भाव 60 रुपए प्रति लीटर से ऊपर नहीं बढ़ने देंगे। उन्होंने कहा कि चूंकि कल घोषित मूल्य वृद्धि से इसका भाव 60 रुपए से ऊपर चला गया है इस लिए हम इसका भाव नीचे लाने के लिए इस पर वैट कम करेंगे। उन्होंने कहा कि यह कमी कितनी होगी, वाणिज्यिक कर विभाग इसे तय करेगा।