पेट्रोल 0.83 तो डीजल 1.26 रुपए महंगा, आम जनता पर फिर महंगाई की मार
पेट्रोल और डीजल की कीमतों में एक बार फिर बढ़ोतरी की घोषणा की गई हैं। पेट्रोल 0.83 रुपए प्रति लीटर वही डीजल 1.26 रुपए महंगा हो गया है।
नई दिल्ली। पेट्रोल और डीजल की कीमतों में एक बार फिर बढ़ोतरी की घोषणा की गई हैं। पेट्रोल 0.83 रुपए प्रति लीटर वही डीजल 1.26 रुपए महंगा हो गया है। नई कीमतें आधी रात से लागू हो चुकी है। दिल्ली में पेट्रोल की कीमतें बढ़कर 63.02 रुपए प्रति लीटर पहुंच गई है। एक्सपर्ट्स के मुताबिक कच्चे तेल की कीमतों में आई तेजी को देखते हुए ऑयल मार्केटिंग कंपनियों ने यह फैसला लिया है। गौरतलब है कि सोमवार को एशियाई बाजार में कच्चे तेल की कीमत 2016 की नई ऊंचाई पर पहुंच गई। दुनिया की तमाम बड़ी एजेंसिया अब तेल की कीमतों में गिरावट खत्म होने का अनुमान लगा रहे हैं।
बड़े शहरों में पेट्रोल-डीजल की कीमतें
दिल्ली के अलावा अन्य बड़े शहरों की बात करें तो कोलकाता में 66.44, मुंबई में 66.12 और चेन्नई में 62.47 रुपए प्रति पेट्रोल के दाम हो गए है। वही दिल्ली में बढ़त के बाद डीजल की कीमत 51.67 रुपए प्रति लीटर हो गई। अन्य बड़े शहरों में डीजल की कीमत कोलकाता (54.10), मुंबई (56.81), चेन्नई (53.09) रुपए प्रति लीटर है। इससे पहले दाम 1 मई को बढ़ाए गए थे तब पेट्रोल 1.06 प्रति लीटर और डीजल 2.96 रुपए प्रति लीटर महंगा किया गया था।
कच्चे तेल की कीमतों में तेजी के कारण
अमेरिकी ऑयलफील्ड फर्म बेकर ह्यूजेस ने कहा कि अमेरिका में रिग्स की संख्या अक्टूबर 2009 के निचले स्तर पर आ गई है। रिग्स की संख्या में गिरावट कच्चे तेल के दाम को भड़का सकता है। ग्लोबल स्तर पर कच्चे तेल के ओवर सप्लाई के लिए अमेरिका भी मुख्य जिम्मेदार है। ऐसे में उत्पादन घटने पर कीमतों में बढ़ोतरी हो सकती है। दूसरी ओर चीन की रिफाइनरियों ने अप्रैल के दौरान रिकॉर्ड प्रोसेसिंग की है। EY ऑयल एंड गैस के एनालिस्ट संजीव गुप्ता ने कहा कि बुधवार को अमेरिकी कमर्शियल क्रूड इन्वेंट्री डेटा का इंतजार है।
तस्वीरों में देखिए क्रूड से जुड़े फैक्ट्स
Crude oil
ईरान ने भारत को कच्चे तेल की फ्री ढुलाई बंद कर दी है। ऐसे में सरकार को कच्चा तेल महंगा पड़ेगा। जाहिर है इसका बोझ सरकार खुद पर नहीं लेना चाहेगी। भारतीय तेल कंपनियों को अभी तक ईरान से जो कच्चा तेल सस्ते में मिलता था, वो अब नहीं मिल पाएगा, क्योंकि 2013 से ईरान पर लगे प्रतिबंध खत्म हो गए हैं। इन्हीं प्रतिबंधों की वजह से ईरान, भारत को देने वाले तेल का भाड़ा नहीं लेता था, क्योंकि अब तक उसके पास तेल के ग्राहक नहीं थे। प्रतिबंध हटने से ईरान अन्य देशों को भी तेल बेच पाएगा, जिससे भारत को सस्ते में तेल बेचने की उसकी मजबूरी खत्म हो जाएगी। नतीजा, भारत को तेल अब महंगा मिलेगा।
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