नई दिल्ली। सोशल मीडिया पर पिछले कुछ दिनों से सस्ते पेट्रोल को लेकर एक मैसेज वायरल हो रहा है। इसमें कहा जा रहा है कि सितंबर महीने के अंत से देश में पेट्रोल 26 रुपए प्रति लीटर पर बिकना शुरू हो जाएगा। इस मैसेज में दावा किया जा रहा है कि भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की गहरी होती दोस्ती से ऐसा संभव होगा।
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भारत ने अमेरिका से कच्चा तेल खरीदने का पहली बार सौदा किया है। इस सौदे के तहत ही अमेरिका ने पहली बार भारत को अपने कच्चे तेल का निर्यात किया है। इंडिया टीवी पैसा ने इस वायरल मैसेज की पूरी तफ्तीश की और इसकी सच्चाई को जाना। हमारी पड़ताल में पता चला कि भारत ने अमेरिका से कच्चा तेल खरीदने के लिए एक सौदा किया है। करीब 10 करोड़ डॉलर की लागत वाले 20 लाख बैरल अमेरिकी कच्चे तेल की पहली खेप भारत के लिए रवाना हो चुकी है। यह खेप इस महीने के अंत तक भारत पहुंच जाएगी।
क्या घटेंगी कीमतें?
इंडिया टीवी के रिपोर्टर सौरभ शुक्ला ने अमेरिकी कच्चे तेल के भारत पहुंचने के बाद पेट्रोल की कीमतों पर क्या असर होगा, यह जानने के लिए कुछ पेट्रोल पंप संचालकों से बातचीत की। पेट्रोल पंप संचालकों ने साफ तौर पर बताया कि पेट्रोल पर लगने वाले टैक्स को अगर सरकार पूरी तरह से खत्म भी कर दे, तब भी पेट्रोल 26 रुपए प्रति लीटर नहीं बिक सकता। ऐसे में संभव नहीं है कि अमेरिका से आने वाले कच्चे तेल के बाद पेट्रोल इस रेट पर मिलना शुरू हो जाए।
कच्चे तेल के विशेषज्ञ माने जाने वाले नरेंद्र तनेजा ने भी यह स्पष्ट किया कि किसी ने शरारतपूर्ण ढंग से इस मैसेज को वायरल किया है। सरकार के खिलाफ गलत संदेश देने के लिए कहा जा रहा है कि पेट्रोल 26 रुपए लीटर बिकेगा। उन्होंने बताया कि मौजूदा परिस्थितियों में संभव नहीं है कि पेट्रोल इस भाव पर बिक सके।
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