नई दिल्ली। रेटिंग एजेंसी इक्रा ने कहा है कि पेट्रोल और डीजल की कीमतों की समीक्षा दैनिक आधार पर लागू किए जाने के बाद से ईंधन की कीमतों में 8 फीसदी की तेजी आई है। एजेंसी ने चेतावनी देते हुए कहा कि तेल कीमतों में निरंतर बढ़ोतरी मांग में वृद्धि को प्रभावित करने के साथ-साथ महंगाई का दबाव उत्पन्न कर सकता है। दैनिक आधार पर ईंधन कीमतों की समीक्षा मध्य जून से लागू की गई थी।
इक्रा ने अपनी एक रिपोर्ट में कहा है कि,
अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पेट्रोल और डीजल की कीमतों में 14 प्रतिशत की बढ़ोतरी को देश में ईंधन की कीमतों में वृद्धि का श्रेय दिया जा सकता है। इसके अलावा पेट्रोल पंप डीलरों को दिए जाने वाले कमीशन में वृद्धि भी दाम में बढ़ोतरी की वजह है।
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दिल्ली में पेट्रोल की खुदरा बिक्री कीमत 7 प्रतिशत वृद्धि के साथ 70.41 रुपए प्रति लीटर हो गई है, जो 17 अप्रैल को 65.23 रुपए प्रति लीटर थी। रिपोर्ट में कहा गया है कि अंतरराष्ट्रीय तेल की कीमतों में वृद्धि के अलावा, डीलरों के कमीशन को 40 प्रतिशत बढ़कर 3.55 रुपए प्रति लीटर किया जाना भी वृद्धि का कारण था।
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इक्रा ने कहा है कि करों उत्पाद शुल्क और वैट में सुधार की अनुपस्थिति में, ईंधन की कीमतों में निरंतर उछाल मांग में वृद्धि को प्रभावित कर सकता है। इसके अलावा मुद्रास्फीति दबावों में भी वृद्धि कर सकता है। सरकार ने ऑयल मार्केटिंग कंपनियों को 16 जून, 2017 से पूरे देश में ईंधन की कीमतों की दैनिक आधार पर समीक्षा की अनुमति दी।
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