नई दिल्ली: पेट्रोल और डीजल की बढ़ती कीमतों ने न सिर्फ जनता बल्कि सरकार के भी माथे पर बल ला दिए थे। पिछले कुछ दिनों तक इनके दामों में लगातार गिरावट ने राहत दी थी, लेकिन इनमें एक बार फिर वृद्धि होने से सबके माथे पर चिंता की लकीरें खिंच गईं। हालांकि डीजल और पेट्रोल के दाम में हो रही वृद्धि बुधवार को एक बार फिर थम गई। उधर, अंतर्राष्ट्रीय बाजार में पिछले सत्र में कच्चे तेल के दाम में आई भारी गिरावट से आगे पेट्रोल और डीजल सस्ता होने से उपभोक्ताओं को राहत मिल सकती है।
बीते करीब एक महीने में यह चौथा मौका है जब कच्चे तेल के दाम में दैनिक कारोबार के दौरान 6 फीसदी से ज्यादा की गिरावट आई है। अक्टूबर में 4 साल के उच्चतम स्तर पर जाने के बाद कच्चे तेल के दाम में तकरीबन 40 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई है। इंडियन ऑयल की वेबसाइट पर बुधवार को दिल्ली, कोलकाता, मुंबई और चेन्नई में पेट्रोल की कीमतें क्रमश: 70.63 रुपये, 72.71 रुपये, 76.25 रुपये और 73.29 रुपये प्रति लीटर दर्ज की गई।
तेल विपणन कंपनियों ने चारों महानगरों में डीजल के दाम भी क्रमश: 64.54 रुपये, 66.30 रुपये, 67.55 रुपये और 68.14 रुपये प्रति लीटर पर स्थिर रखे। बीते सत्र में मंगलवार को आईसीई पर ब्रेंट क्रूड तकरीबन छह फीसदी लुढ़कने के बाद 56.26 पर बंद हुआ। वहीं, नायमैक्स पर डब्ल्यूटीआई 7.3 फीसदी लुढ़ककर 46.54 डॉलर प्रति बैरल पर बंद हुआ। घरेलू वायदा बाजार मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज पर बीते सत्र में कच्चे तेल का भाव 223 रुपये यानी 6.19 फीसदी की गिरावट के साथ 3,379 रुपये प्रति बैरल पर बंद हुआ।
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