48 दिन बाद डीजल और सितंबर के बाद पेट्रोल की कीमत में पहली बार आया उछाल, कच्चे तेल में तेजी का दिखा असर
तेल विपणन कंपनियों ने डीजल के दाम में 48 दिनों की स्थिरता के बाद बढ़ोतरी की है, जबकि पेट्रोल के दाम में सितंबर से ही स्थिरता बनी हुई थी।
नई दिल्ली। अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के दाम में विगत दो सप्ताह से आई तेजी के चलते तेल विपणन कंपनियों ने शुक्रवार को पेट्रोल और डीजल के दाम में बढ़ोतरी की। देश की राजधानी दिल्ली में पेट्रोल 17 पैसे प्रति लीटर महंगा हो गया, जबकि डीजल के दाम में 22 पैसे प्रति लीटर इजाफा हुआ है। देश में पेट्रोल और डीजल की कीमतें काफी लंबे समय से स्थिर थीं। लेकिन विगत इस महीने कच्चे तेल के दाम में इजाफा हुआ है और बेंचमार्क कच्चा तेल ब्रेंट क्रूड करीब आठ डॉलर प्रति बैरल महंगा हो गया है। इसलिए, पेट्रोल और डीजल के आगे और महंगे होने की संभावना बनी हुई है।
तेल विपणन कंपनियों ने डीजल के दाम में 48 दिनों की स्थिरता के बाद बढ़ोतरी की है, जबकि पेट्रोल के दाम में सितंबर से ही स्थिरता बनी हुई थी। इंडियन ऑयल की वेबसाइट के अनुसार, दिल्ली, कोलकाता, मुंबई और चेन्नई में डीजल की कीमत शुक्रवार को बढ़कर क्रमश: 70.68 रुपये, 74.24 रुपये, 77.11 रुपये और 76.17 रुपये प्रति लीटर हो गई। दिल्ली और चेन्नई में डीजल 22 पैसे, जबकि कोलकाता और मुंबई में 25 पैसे प्रति लीटर महंगा हो गया है। इससे पहले दो अक्टूबर को डीजल के दाम में दिल्ली में 17 पैसे, कोलकाता में 16 पैसे, मुंबई में 18 पैसे और चेन्नई में 15 पैसे प्रति लीटर की कटौती की गई थी।
चारों महानगरों में पेट्रोल का भाव भी बढ़कर क्रमश: 81.23 रुपये, 82.79 रुपये, 87.92 रुपये और 84.31 रुपये प्रति लीटर हो गया है। तेल विपणन कंपनियों ने दिल्ली और चेन्नई में पेट्रोल के दाम में 17 पैसे जबकि कोलकाता में 20 पैसे और मुंबई में 18 पैसे प्रति लीटर की बढ़ोतरी की है।
अंतरराष्ट्रीय वायदा बाजार इंटर कांटिनेंटल एक्सचेंज (आईसीई) पर ब्रेंट क्रूड के जनवरी डिलीवरी वायदा अनुबंध मंे शुक्रवार को पिछले सत्र के मुकाबले 0.07 फीसदी की तेजी के साथ 44.23 डॉलर प्रति बैरल पर कारोबार चल रहा था। दो नवंबर को ब्रेंट का भाव 35.74 डॉलर प्रति बैरल तक टूटा था।
न्यूयार्क मर्केंटाइल एक्सचेंज (नायमैक्स) पर वेस्ट टेक्सस इंटरमीडिएट (डब्ल्यूटीआई) के जनवरी डिलीवरी वायदा अनुबंध में हालांकि पिछले सत्र के मुकाबले 0.05 फीसदी की कमजोरी के साथ 41.88 डॉलर प्रति बैरल पर कारोबार चल रहा था। इससे पहले दो नवंबर को डब्ल्यूटीआई का भाव 33.64 डॉलर प्रति बैरल तक टूटा था।
एंजेल ब्रोकिंग के डिप्टी वाइस प्रेसीडेंट (एनर्जी एवं करेंसी रिसर्च) अनुज गुप्ता ने कहा कि बीते हफ्तों में कच्चे तेल का भाव काफी बढ़ चुका है जबकि तेल कंपनियों ने काफी समय से पेट्रोल और डीजल के दाम में कोई बदलाव नहीं किया था, इसलिए दाम में आगे और भी बढ़ोतरी हो सकती है। उधर, कच्चे तेल में आगे तेजी की संभावना बनी हुई है और डब्ल्यूटीआई का भाव 44 डॉलर प्रति बैरल तक जा सकता है, जबकि ब्रेंट क्रूड में 46 डॉलर प्रति बैरल का लेवल देखने को मिल सकता है। उन्होंने कहा कि तेल के दाम को इस समय सपोर्ट कोरोना के वैक्सीन आने की खबर से मिल रहा है। साथ ही, ओपेक द्वारा तेल उत्पादन में और कटौती करने पर विचार करने से भी तेल में तेजी की संभावना बनी हुई है।