पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने बताई महंगे पेट्रोल-डीजल की वजह, कहा धीरे-धीरे कम होगी कीमत
केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में क्रूड ऑयल की कीमत में वृद्धि होने की वजह से घरेलू बाजार में पेट्रोल और डीजल के उपभोक्ता मूल्य में बढ़ोतरी हो रही है।
नई दिल्ली। पेट्रोल और डीजल की खुदरा कीमत देशभर में अपने सर्वकालिक ऊंचाई पर पहुंचने के बीच मंगलवार को केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान (Union Petroleum Minister Dharmendra Pradhan) ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में क्रूड ऑयल की कीमत में वृद्धि होने की वजह से घरेलू बाजार में पेट्रोल और डीजल के उपभोक्ता मूल्य में बढ़ोतरी हो रही है। कीमतों में आगे चलकर धीरे-धीरे नरमी आएगी। प्रधान ने कहा कि कोविड-19 की वजह से क्रूड ऑयल के वैश्विक उत्पादन पर भी असर पड़ा है, जिसकी वजह से आपूर्ति में भी कमी आई है, जो कीमत बढ़ने का सबसे बड़ा कारण है।
ओपेक ने की 10 लाख बैरल प्रतिदिन की कटौती
सऊदी अरब ने फरवरी और मार्च में स्वेच्छा से कच्चे तेल के उत्पादन में 10 लाख बैरल प्रतिदिन की कटौती की घोषणा की है। इसके बाद से ही अंतरराष्ट्रीय बाजार में तेल के दाम में तेजी लगातार जारी है। सऊदी अरब ने तेल निर्यातक देशों के संगठन (ओपेक) और रूस समेत सहयोगी देशों (ओपेक प्लस) के साथ समझौते के तहत यह कदम उठाया है। इससे तेल कीमत एक साल के उच्चतम स्तर पर पहुंच गई हैं।
भारत ने ओपेक देशों से किया आग्रह
दुनिया के तीसरे सबसे बड़ा तेल उपभोक्ता देश भारत ने सऊदी अरब और अन्य वैश्विक तेल उत्पादकों से कच्चे तेल के उत्पादन में कटौती का स्तर कम करने की अपील की है। भारत ने कहा है कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में तेल महंगा होने से आर्थिक पुनरुद्धार और मांग प्रभावित हो रही है। पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि अगले कुछ महीनों तक तेल कीमतों के बजाए मांग में पुनरुद्धार को प्राथमिकता दी जानी चाहिए। प्रधान ने कहा कि पिछले कुछ सप्ताह से कच्चे तेल के दाम में तेजी से पहले से मांग में गिरावट के कारण नाजुक वैश्विक अर्थव्यवस्था के पुनरूद्धार पर असर पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि भारत ने मुद्रास्फीति दबाव को कई मोर्चों पर काबू में किया है लेकिन कच्चे तेल के कारण उत्पन्न महंगाई पर वह कुछ नहीं कर सकता।
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उन्होंने कहा कि कीमत को लेकर संवेदशील भारतीय ग्राहक पेट्रोलियम उत्पादों के दाम बढ़ने से प्रभावित है। इससे मांग वृद्धि पर भी असर पड़ रहा है। इससे न केवल भारत में बल्कि दूसरे विकासशील देशों में नाजुक आर्थिक वृद्धि पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ेगा।
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मंगलवार को और महंगा हुआ पेट्रोल, डीजल
पेट्रोल और डीजल के दाम में दो दिनों की स्थिरता के बाद मंगलवार को फिर वृद्धि दर्ज की गई। देश की राजधानी दिल्ली में मंगलवार को पेट्रोल और डीजल के दाम में 35 पैसे प्रति लीटर का इजाफा हो गया है। हालांकि पश्चिम बंगाल सरकार द्वारा वैट में कटौती के बाद कोलकाता में पेट्रोल और डीजल दोनों के दाम में उपभोक्ताओं को थोड़ी राहत मिली है।
इंडियन ऑयल की वेबसाइट के अनुसार, दिल्ली, कोलकाता, मुंबई और चेन्नई में पेट्रोल भाव मंगलवार को क्रमश: 90.93 रुपये, 91.12 रुपये, 97.34 रुपये और 92.90 रुपये प्रति लीटर हो गया है। वहीं, डीजल का भाव दिल्ली, कोलकाता, मुंबई और चेन्नई में क्रमश: 81.32 रुपये, 84.20 रुपये, 88.44 रुपये और 86.31 रुपये प्रति लीटर दर्ज किया गया।
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पेट्रोल के दाम में दिल्ली में 35 पैसे, मुंबई में 34 पैसे और चेन्नई में 31 पैसे प्रति लीटर की बढ़ोतरी हुई है जबकि कोलकाता में 66 पैसे की गिरावट दर्ज की गई है। वहीं, डीजल के दाम में दिल्ली में 35 पैसे, मुंबई में 38 पैसे और चेन्नई में 33 पैसे प्रति लीटर की बढ़ोतरी हुई जबकि कोलकाता में 36 पैसे की गिरावट दर्ज की गई।
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