थम गया पेट्रोल और डीजल के दामों में गिरावट का सिलसिला, जानें आगे क्या हो सकता है!
पेट्रोल और डीजल के दामों में पिछले 6 दिन से जारी गिरावट का सिलिसिला बुधवार को थम गया।
नई दिल्ली: पेट्रोल और डीजल के दामों में पिछले 6 दिन से जारी गिरावट का सिलिसिला बुधवार को थम गया। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली समेत देश के विभिन्न महानगरों में तेल के दाम में कोई बदलाव नहीं हुआ। उधर, अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के दाम में भी नरमी दर्ज की गई। बाजार के जानकार बताते हैं कि बहरहाल अमेरिका में तेल के भंडार में इजाफा होने की रिपोर्ट के कारण कच्चे तेल के दाम में तेजी पर लगाम लगी है, लेकिन तेल की कीमतों में तेजी की संभावना अभी बनी हुई है।
इंडियन ऑयल की वेबसाइट के अनुसार, बुधवार को दिल्ली, कोलकता, मुंबई और चेन्नई में पेट्रोल के भाव पूर्ववत क्रमश: 71.18 रुपये, 73.25 रुपये, 76.79 रुपये और 73.88 रुपये प्रति लीटर बने रहे। चारों महानगरों में डीजल के दाम भी पूर्ववत क्रमश: 65.86 रुपये, 67.61 रुपये, 69 रुपये और 69.61 रुपये प्रति लीटर दर्ज किए गए। बीते छह दिनों में देश की राजधानी दिल्ली में पेट्रोल की कीमत 1.82 रुपये लीटर जबकि डीजल के दाम 80 पैसे प्रति लीटर घट गए हैं।
हालांकि कमोडिटी बाजार के जानकारों की मानें तो तेल विपणन कंपनियों ने तेल के दाम में कटौती कर आम जनता को महंगाई से काफी राहत दिलाई है, मगर आगे राहत मिलने की गुंजाइश कम है क्योंकि अंतर्राष्ट्रीय बाजार में बेंचमार्क कच्चा तेल ब्रेंट पिछले कुछ दिनों से लगातार 70 डॉलर प्रति बैरल के ऊपर बना हुआ है। अमेरिकी पेट्रोलियम इंस्टीट्यूट की मंगलवार की रिपोर्ट के अनुसार, 10 मई को बीते सप्ताह के दौरान अमेरिका में कच्चे तेल के भंडार में 86 लाख बैरल का इजाफा हुआ।
इस रिपोर्ट के बाद बुधवार को अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल में आई तेजी थम गई, हालांकि ब्रेंट क्रूड का भाव फिर भी 71 डॉलर प्रति बैरल से ऊपर बना रहा। अंतर्राष्ट्रीय वायदा बाजार इंटरकांटिनेंटल एक्सचेंज यानी आईसीई पर ब्रेंट क्रूड का जुलाई अनुबंध 0.25 फीसदी की तेजी के साथ 71.06 डॉलर प्रति बैरल पर बना हुआ था। वहीं न्यूयार्क मर्के टाइल एक्सचेंज यानी नायमैक्स पर अमेरिकी लाइट क्रूड वेस्ट टेक्सास इंटरमीडिएट का जून अनुबंध 0.63 फीसदी की कमजोरी के साथ 61.39 डॉलर प्रति बैरल पर बना हुआ था।
घरेलू वायदा बाजार मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज यानी एमसीएक्स पर कच्चे तेल का मई अनुबंध पिछले सत्र से 35 रुपये यानी 0.80 फीसदी की कमजोरी के साथ 4,346 रुपये प्रति बैरल पर बना हुआ था।