नई दिल्ली। मौजूदा ई-कॉमर्स क्षेत्र में अधिकतर भागीदारी मेट्रो शहरों के उपभोक्ताओं की है। इसलिए पेवर्ल्ड बाजार अपने मंच पर ग्रामीण और मझोले शहरों के उपभोक्ताओं को ई-कॉमर्स से जुड़ने की सुविधा प्रदान कर रहा है। कंपनी ने एक विज्ञप्ति में बताया कि देशभर में उसके मंच से जुड़े वितरकों की संख्या करीब 60,000 है और इन्हीं के माध्यम से वह ग्रामीण और मझोले शहर के उपभोक्ताओं को ई-कॉमर्स क्षेत्र से जुड़ने की सहायता उपलब्ध कराएगी।
इन वितरक केंद्रों पर ग्रामीण उपभोक्ताओं को बिना किसी इलेक्ट्रॉनिक उपकरण (स्मार्टफोन) के डिजिटल वॉलेट खाता खोलने की सहायता प्रदान की जाएगी और इसके माध्यम से उन्हें ऑनलाइन भुगतान करने के लिए सलाहकारी सेवाएं दी जाएंगी। इससे वह ई-कॉमर्स क्षेत्र से खरीदारी वगैरह करके भुगतान इत्यादि कर सकेंगे और इसके लिए उन्हें किसी तरह की तकनीकी कठिनाई भी नहीं होगी। कंपनी की योजना अगले कुछ सालों में अपने वितरकों का नेटवर्क तीन लाख तक बढ़ाने की है। उसका वॉलेट अभी कम्प्यूटर के साथ-साथ एंड्रॉयड, विंडोज, आईफोन और जावा से लैस उपकरणों पर भी काम करता है।
अमेजन इंडिया पर वितरकों की संख्या में साल दर साल 250 फीसदी वृद्धि
अमेरिका की ई-कॉमर्स कंपनी अमेजन के भारतीय मंच पर पंजीकृत होने वाले विक्रेताओं की संख्या में साल दर साल 250 फीसदी की वृद्धि देखी गई है। कंपनी की नजर भारत में ई-कॉमर्स क्षेत्र के विस्तार पर है। अमेजन भारत में कई अरब डॉलर का निवेश करने जा रही है। उसके मंच पर 85,000 वितरक पंजीकृत हैं।
अमेजन इंडिया के एक प्रवक्ता ने एक बयान में बताया कि तीन साल पहले उन्होंने 300 वितरकों के साथ कारोबार शुरू किया था और अब उनके पास 85,000 वितरक हैं। यह वृद्धि साल दर साल 250 फीसदी रही है।
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