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Hindi News पैसा बिज़नेस खुशखबरी: Paytm छोटे शहरों में WFH सुविधा के साथ देगी रोजगार, घाटा 2019-20 में कम होकर रहा 2,942 करोड़ रुपये

खुशखबरी: Paytm छोटे शहरों में WFH सुविधा के साथ देगी रोजगार, घाटा 2019-20 में कम होकर रहा 2,942 करोड़ रुपये

लोग चंडीगढ़, जालंधर, ओड़िशा समेत जहां भी हैं, वे वहां से काम कर सकते हैं। योजना यह है कि हम छोटे शहरों में नियुक्ति करेंगे और उनसे बड़े शहरों में स्थिर दफ्तर आने को नहीं कहेंगे।

Paytm putting efforts to hire staff from smaller towns with WFH, FY20 loss narrows to Rs 2,942.3 cr- India TV Paisa Image Source : FILE PHOTO Paytm putting efforts to hire staff from smaller towns with WFH, FY20 loss narrows to Rs 2,942.3 cr

नई दिल्ली। पेटीएम (Paytm) के संस्थापक विजय शेखर शर्मा ने बुधवार को कहा कि कोविड-19 महामारी के बीच कंपनी ने छोटे शहरों से कर्मचारियों को नियुक्त करने के प्रयास को तेज कर दिया है और उन्हें बड़े शहरों में स्थित उसके दफ्तरों में आने के बजाये घर से ही काम करने की अनुमति दे रही है। क्लीयर टैक्स ई-इनवॉयसिंग लीडरशिप कॉनक्लेव में शर्मा ने कहा कि शुरू में जिन लोगों को नियुक्त किया गया उन्हें स्थिति सामान्य होने पर दफ्तरों में तैनात किए जाने की योजना थी। उन्होंने कहा कि हमने इस बात पर गौर किया कि हम उन शहरों से भी लोगों को नियुक्त कर सकते हैं, जहां पहले हम जाते नहीं थे। और लोग भी वहां से बड़े शहरों में नहीं जाते।

शर्मा ने कहा कि हम छोटे शहरों से लोगों की नियुक्ति बढ़ा रहे हैं। लोग चंडीगढ़, जालंधर, ओड़िशा समेत जहां भी हैं, वे वहां से काम कर सकते हैं। हमारी योजना यह है कि हम छोटे शहरों में नियुक्ति करेंगे और उनसे बड़े शहरों में स्थिर दफ्तर आने को नहीं कहेंगे। उन्होंने कहा कि कंपनी ने इस संदर्भ में कोई विशिष्ट मॉडल नहीं अपनाया है लेकिन उसके करीब 20 से 25 प्रतिशत कर्मचारी भविष्य में अपने हिसाब से घर बैठे काम कर सकते हैं। महामारी और उसकी रोकथाम के लिए लगाए गए लॉकडाउन ने विभिन्न क्षेत्रों में कार्यरत कंपनियों को कर्मचारियों को घर से ही काम करने की अनुमति देने को मजबूर किया है।

आईटी और आईटी संबद्ध सेवा से जुड़ी कंपनियां अब कुछ कर्मचारियों को अपनी सुविधानुसार घर से ही काम करने की अनुमति दे रही हैं। इस मामले में वे हाइब्रिड मॉडल अपना रही हैं। यानी कुछ कर्मचारियों को घर से, जबकि कुछ को दफ्तर में आकर काम करने की अनुमति दी गई है। पिछले महीने, सरकार ने भी बीपीओ (बिजनेस प्रोसेस आउटसोर्सिंग) और आईटी संबद्ध कंपनियों के लिए सरलीकृत दिशा-निर्देश जारी किए हैं ताकि उनका अनुपालन बोझ कम हो और वे कर्मचारियों के लिए घर से काम या कहीं से भी काम करने की रूपरेखा को अपना सकें। 

पेटीएम का घाटा 2019-20 में कम होकर 2,942.3 करोड़ रुपये 

पेटीएम का परिचालन करने वाली वन 97 कम्युनिकेशंस लि.का घाटा मार्च 2020 को समाप्त वित्त वर्ष में कम होकर 2,942.36 करोड़ रुपये रहा। कंपनी पंजीयक के पास दी गई जानकारी के अनुसार पिछले वित्त वर्ष 2018-19 में कंपनी को 4,217.2 करोड़ रुपये का एकीकृत घाटा हुआ था। कंपनियों के बारे में सूचना देने वाली टोफलर ने यह जानकारी दी।

पेटीएम की एकीकृत कुल आय 1.3 प्रतिशत बढ़कर 3,628.85 करोड़ रुपये रही। एक साल पहले मार्च 2019 को समाप्त तिमाही में यह 3,579.67 करोड़ रुपये थी।

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