नई दिल्ली। 500 और 1000 के पुराने नोटों को अमान्य घोषित किए जाने के तात्कालिक परिणाम के रूप में भुगतान कारोबार से जुड़े Paytm और Freecharge जैसी गैर बैंकिंग संस्थाओं (NBFC) को अप्रत्याशित लाभ होगा। उद्योग मंडल एसोचैम ने एक अध्ययन का उल्लेख करते हुए रविवार को कहा, ‘नोटबंदी के तात्कालिक परिणाम के रूप में भुगतान करोबार से जुड़े Paytm और Freecharge जैसी संस्थाओं को अप्रत्याशित लाभ होगा, क्योंकि ग्राहकों के हस्तान्तरणों के लिए वस्तु एवं सेवाओं की खुदरा विक्रेताओं की श्रृंखला गैर-नकदी तरीके अपनाने को बाध्य होंगी।’
एसोचैम के अध्ययन से पता चला है :
- मोबाइल और डिजिटल वॉलेट के रूप में काम कर रहे करीब 45 प्री-पेड भुगतान उपकरण (PPI) संस्थाओं ने सेवा देनी शुरू कर दी है।
- लेकिन केवल कुछ संचालक उनके कारोबार को आक्रामक ढंग से आगे बढ़ा रहे हैं और उसकी मार्केटिंग कर रहे हैं।
एसोचैम के महासचिव डी.एस. रावत ने कहा
नोटबंदी उनके लिए एक बड़े अवसर लेकर आई है। PPI को न केवल इस नगदी संकट की अवधि में अप्रत्याशित लाभ होगा, बल्कि आगे भी उन्हें लाभ होने जा रहा है। यह प्रणाली किरानेे की बहुत छोटी दुकानों तक पहुंच जाएगी।
मोबाइल वॉलेट से भुगतान के अलावा ग्राहकों को संग्रहीत मूल्य सेवा की पेशकश के साथ गैर-बैंकिंग PPI जारीकर्ताओं को RBI से वस्तुओं एवं सेवाओं की खरीद के लिए हस्तान्तरण करने की अनुमति मिली हुई है।
PPI संस्थाएं बढ़ाएंगी निवेश
- रावत ने कहा कि नगदी रहित अर्थव्यवस्था की ओर बढ़ने के सरकारी जोर के कारण उम्मीद है कि निजी क्षेत्र की PPI प्रोडक्ट इनोवेशन और ग्राहकों और व्यापारियों तक पहुंच बढ़ाने के लिए अधिकाधिक निवेश करेंगी।
- PPI के अलावा बड़े पैमाने पर इलेक्ट्रॉनिक हस्तान्तरण और सेवा उपकरणों की पेशकश बैंक भी करेंगे।
- भारतीय रिजर्व बैंक के आंकड़े के मुताबिक, बहरहाल 67 बैंक अपने 12 करोड़ ग्राहकों को चलित सेवाओं की पेशकश कर रहे हैं।
Latest Business News