नई दिल्ली। ब्लैक मनी रखने वालों और पनामा दस्तावेज में सामने आए नामों के मामले में कड़ी कारवाई की चेतावनी देते हुए वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा कि अवैध ढंग से धन रखने वालों के खिलाफ अभियोजन की कारवाई शुरू की जाएगी। उन्होंने मोदी सरकार के दो साल पूरे होने के मौके पर आयोजित एक समारोह के मौके पर कहा, पनामा मामले में जिनका नाम आया है, यदि उनके खाते में गैरकानूनी धन पाया जाता है तो उन पर एचएसबीसी खातों की तरह ही कार्रवाई की जाएगी। हाल में सामने आए पनामा दस्तावेज में ऐसे सैंकड़ों भारतीयों के नाम हैं जिनकी कर चोरों की पनाहगाह स्थित इकाइयां में खाते हैं।
जेटली ने कहा कि सरकार पिछले वित्त वर्ष के दौरान एक कानून लेकर आई है ताकि विदेश में जमा काले धन से निपटा जा सके और अब घरेलू काले धन पर ध्यान दे रही है। जेटली ने कहा कि इस योजना के तहत जो खुलासा करने में नाकाम रहते हैं उन्हें 10 साल तक सजा होगी। विदेश में जमा काले धन की समस्या से निपटने से जुड़े कानून के जरिए 4,000 करोड़ रुपए की वसूली हो सकती है। अर्थव्यवस्था पर पूछे गए सवाल के जवाब में जेटली ने कहा कि अच्छे मानसून से वृद्धि को और बढ़ावा मिलेगा।
जेटली ने कहा कि अनुकूल वैश्विक परिदृश्य के बीच भारत आठ-नौ प्रतिशत की वृद्धि दर दर्ज कर सकता है लेकिन वैश्विक अर्थव्यवस्था में नरमी से यह दर प्राप्त करने में मुश्किल होगी। उन्होंने कहा, इस साल अर्थव्यवस्था में वृद्धि हो रही है। इसमें सकारात्मक संकेत हैं। यदि इस साल मानसून अच्छा रहता है तो ग्रामीण अर्थव्यवस्था को बढ़ावा मिलेगा और कुल मिलाकर भारतीय अर्थव्यवस्था को फायदा होगा। जेटली ने कहा, भारत पहली बार दुनिया में सबसे अधिक तेजी से वृद्धि दर्ज करने वाली बड़ी अर्थव्यवस्था बनकर उभरा है। हम 7.5 प्रतिशत की दर से वृद्धि दर्ज कर रहे हैं। अन्य देशों के मुकाबले हम ज्यादा तेजी से वृद्धि दर्ज कर रहे हैं लेकिन यह हमारी उम्मीद से अभी भी कम है।
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