कोरोना की तीसरी लहर से जूझ रहे पाकिस्तान ने की भारत को मदद की पेशकश, खुद पूरे देश में तैनात की सेना
पाकिस्तान ने कोरोना वायरस के खिलाफ मानक परिचालन प्रक्रियाओं को लागू करने के लिए पूरे देश में सेना को तैनात कर दिया है।
इस्लामाबाद। पाकिस्तान ने कोविड-19 की घातक लहर से लड़ने में मदद देने के लिए भारत को वेंटिलेटर समेत अन्य राहत सामग्रियां उपलब्ध कराने की पेशकश की है और कहा कि दोनों देश वैश्विक महामारी के कारण उभरी चुनौतियों से निपटने के लिए आगे सहयोग के संभावित तरीकों की संभावनाएं तलाश सकते हैं। वहीं पाकिस्तान ने कोरोना वायरस के खिलाफ मानक परिचालन प्रक्रियाओं को लागू करने के लिए पूरे देश में सेना को तैनात कर दिया है। सेना के प्रवक्ता मेजर जनरल बाबर इफ्तिखार ने कहा कि बहुत उच्च पॉजिटिविटी रेट वाले 16 प्रमुख शहरों में सेना को तैनात किया गया है। इनमें पेशावर, मरदान, नोशेरा, चारसद्दा और स्वाबी (खैबर पख्तूनवा), रावलपिंडी, लाहौर, फैसलाबाद, मुल्तान, बहावलपुर, गुजरावाला (पंजाब), कराची और हैदराबाद (सिंध), क्वेटा (बलूचिस्तान), मुजफ्फराबाद और इस्लाबाद शामिल हैं।
पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने एक बयान जारी कर कहा कि पाकिस्तान तौर-तरीकों का पता लगते ही कुछ खास सामग्रियां भेजने के लिए तैयार है। बयान में कहा गया कि कोविड-19 की मौजूदा लहर के मद्देनजर भारत के लोगों के साथ एकजुटता के भाव से, पाकिस्तान ने भारत को वेंटिलेटर, बी पीएपी एवं डिजिटल एक्स-रे मशीनें, पीपीई तथा अन्य संबंधित वस्तुओं की सहायता देने की पेशकश की है। इसमें कहा गया कि पाकिस्तान और भारत के संबंधित अधिकारी राहत सामग्रियों की त्वरित आपूर्ति के लिए तौर-तरीकों पर काम कर सकते हैं।
बयान में कहा गया कि वे (अधिकारी) वैश्विक महामारी के कारण आई चुनौतियों से निपटने के लिए आगे के सहयोग के तरीके तलाश सकते हैं। यह पेशकश प्रधानमंत्री इमरान खान के भारत के लोगों के साथ एकजुटता दिखाने के बाद की गई है। उन्होंने कहा कि हमें मानवता के सामने आई इस वैश्विक चुनौती से मिलकर लड़ना होगा।
प्रवक्ता ने कहा कि सेना को लागू करने का प्राथमिक उद्देश्य सिविल इंस्टीट्यूशंस और लॉ इनफोर्समेंट एजेंसियों की मदद करना है। 51 प्रतिशत शहरों में पॉजिटिविटी रेश्यो 5 से अधिक है और सैनिको को इन शहरों में सिविल एडमिनिस्ट्रेशन की मदद के लिए भेजा गया है। कोविड-19 की चुनौतियों के बारे में बात करते हुए उन्होंने कहा कि तीसरी लहर अधिक खतरनाक है इससे संक्रमण और मृत्यु दर बहुत अधिक बढ़ गई है। उन्होंने बताया कि पाकिस्तान की 75 प्रतिशत ऑक्सीजन उत्पादन को वर्तमान में हेल्थकेयर सेक्टर को समर्पित किया गया है।
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