इस्लामाबाद। पाकिस्तान के सिंध प्रांत के मुख्यमंत्री ने बृहस्पतिवार को अधिकारियों को निर्देश दिया कि अगर सरकारी कर्मी कोविड-19 का टीका लगाने में विफल रहते हैं तो जुलाई से उनकी तनख्वाह रोक ली जाए। मुख्यमंत्री मुराद अली शाह की अध्यक्षता में कोविड -19 पर प्रांतीय कार्य दल की बैठक के दौरान यह आदेश पारित किया गया।
शाह ने कहा कि सरकारी कर्मचारी जो टीका नहीं लगवाएंगे, उनकी जुलाई से तनख्वाह रोक ली जाएगी। अधिकारियों ने बताया कि इस बाबत वित्त मंत्रालय को निर्देश जारी कर दिए गए हैं। सिंध सरकार पहले ही प्रांत के सभी शिक्षकों के लिए टीका लगवाने की समय सीमा पांच जून तय कर चुकी है ताकि सात जून से सभी शैक्षणिक संस्थानों को खोला जा सके। सिंध के स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक, प्रांत में अबतक 1,550,533 लोगों को टीका लगाया जा चुका है, जबकि 1,121,000 लोगों को पहली खुराक दी गई है तथा 429,000 लोगों को दूसरी खुराक दी जा चुकी है।
इस बीच, स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, पाकिस्तान में पिछले 24 घंटे में कोरोना वायरस के 2028 नए मामले मिले जिसके बाद गुरुवार को कुल मामले 9,26,695 हो गए हैं, जबकि 92 और लोगों की मौत के बाद मृतक संख्या 21022 पर पहुंच गई है। सिंध में सबसे ज्यादा 1041 मामले आए हैं तथा 22 लोगों की मौत हुई है। इसके बाद पंजाब में 432 मामले और 48 मौतें, खैबर पख्तूनख्वा में 326 मामले तथा 18 मौतें, इस्लामाबाद में 89 मामले, बलूचिस्तान में 75 मामले और तीन मौतें, पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में 57 मामले और एक मौत और गिलगित-बाल्टिस्तान में आठ मामले आए हैं।
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