नई दिल्ली। खराब आर्थिक दौर से गुजर रहे पाकिस्तान ने ब्लैक मनी को व्हाइट करने के लिए जो स्कीम लॉन्च की थी वह सफल रही है और पाकिस्तान को इससे मोटी कमाई होने जा रही है। पाकिस्तान को कर माफी योजना से कर के रूप में भारी-भरकम रकम मिली है। यह योजना पाकिस्तानी नागरिकों के विदेश में किये गये निवेश या संपत्तियों को वैध करने और रिटर्न में उनकी घोषणा के लिये शुरू की गई। पाकिस्तान में लगभग 5,000 लोगों ने अपनी विदेशी संपत्ति घोषित करते हुए रिटर्न दाखिल किया है और अब तक कर के रूप में करीब 80 अरब रुपए जमा होने की उम्मीद है। सरकार की यह योजना आज बंद हो रही है।
कर के रूप में आने वाली इस रकम के अभी और बढ़ने की उम्मीद है। कराची के अरबपति कारोबारी हबीबुल्ला खान ने देश की सबसे बड़ी कर माफी योजना के तहत पाकिस्तान के बाहर 1.25 अरब डॉलर की नकद संपत्तियां घोषित की हैं। खान मेगा समूह के संस्थापक और चेयरमैन है। कर माफी योजना 10 अप्रैल 2018 को अध्यादेश के माध्यम से घोषित की गयी।
पाकिस्तान में फेडरल बोर्ड ऑफ रेवेन्यू (एफबीआर) के चेयरमैन तारिक महमूद पाशा ने कहा था कि कर माफी योजना के तहत वे कारोबारी जिनकी विदेश में संपत्तियां हैं या रीयल एस्टेट में निवेश है उनको अपनी संपत्ति को वैध बनाना चाहिए। कर माफी योजना की अंतिम तिथि 30 जून है। पाशा ने कहा कि माफी योजना के जरिए देश 4 अरब डॉलर तक जुटा सकता है।
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