इस्लामाबाद। भुगतान असंतुलन से जूझ रहे पाकिस्तान द्वारा बुधवार को अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) के प्रतिनिधिमंडल के साथ राहत पैकेज के लिए बातचीत शुरू करते हुए एक बुरी खबर आ गई। संयुक्त राष्ट्र की सुरक्षा परिषद ने बुधवार को जैस-ए-मोहम्मद के प्रमुख मसूद अजहर को अंतरराष्ट्रीय आतंकी घोषित कर दिया। संयुक्त राष्ट्र में मसूद अजहर को अंतरराष्ट्रीय आतंकी घोषित करने के लिए पिछले 10 सालों में भारत द्वारा चौथी बार प्रस्ताव रखा गया था। चीन के बार-बार अड़ंगा लगाए जाने से मसूद अजहर अभी तक बचा हुआ था।
पाकिस्तान के अधिकारियों ने बताया कि इस नए घटनाक्रम का आईएमएफ के साथ बातचीत पर नकारात्मक असर पड़ सकता है। बुधवार को ही पाकिस्तान के वरिष्ठ अधिकारियों ने आईएमएफ के प्रतिनिधिमंडल के साथ तकनीकी रूप से चर्चा शुरू की है। दोनों पक्षों के बीच यह वार्ता लगभग एक सप्ताह तक चलेगी।
पाकिस्तान खुद को नकदी संकट से बाहर निकालने के लिए आईएमएफ से आठ अरब डॉलर का राहत पैकेज चाहता है। पाकिस्तान भुगतान संतुलन के संकट से जूझ रहा है, जिससे देश की अर्थव्यवस्था के डगमगाने का खतरा है।
बुधवार को शुरू हुई वार्ता से पहले बीजिंग में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान की आईएमएफ प्रमुख क्रिस्टीन लेगार्ड के साथ बैठक हुई थी। आईएमएफ का प्रतिनिधिमंडल सोमवार को यहां पहुंचा था। प्रस्तावित ऋण पर यह बातचीत छह मई को संपन्न होने की उम्मीद है। जियो न्यूज की खबर के अनुसार प्रस्तावित राहत पैकज सात से आठ अरब डॉलर का होगा।
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