नई दिल्ली। आतिथ्य कंपनी ओयो ने शुक्रवार को कहा है कि उसके संस्थापक रितेश अग्रवाल ने शुरुआती निवेशकों से 2 अरब डॉलर मूल्य (लगभग 13,770 करोड़ रुपए) के शेयरों की पुर्नखरीद करने के लिए एक समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं। शेयरों की यह पुर्नखरीद केयमैन आइसलैंड में रजिस्टर्ड कंपनी आरए हॉस्पिटैलिटी होल्डिंग्स द्वारा की जाएगी।
ओयो के शुरुआती समर्थक लाइटस्पीड वेंचर पार्टनर्स और सिकोइया इंडिया अपनी हिस्सेदारी बेचेंगे, इससे संस्थापक को कंपनी में अपनी हिस्सेदारी बढ़ाने में मदद मिलेगी। बाकी निवेशक कंपनी के लंबी-अवधि के मिशन के तहत साथ बने रहेंगे।
कंपनी के संस्थापक और सीईओ रितेश अग्रवाल ने वैश्विक इंस्टीट्यूशनल बैंक और अपने वित्तीय भागीदारों के समर्थन से आरए हॉस्पिटैलिटी होल्डिंग्स (केयमैन) के जरिये, 2 अरब डॉलर के प्राइमरी और सेकेंडरी मैनेजमेंट इनवेस्टमेंट राउंड पर हस्ताक्षर किए हैं।
इस मामले से जुड़े एक सूत्र ने बताया कि इस पूरी प्रक्रिया के पूरा होने के बाद अग्रवाल की कंपनी में हिस्सेदारी मौजूदा 9-10 प्रतिशत से बढ़कर लगभग 30 प्रतिशत हो जाएगी। इसके बाद कंपनी का मूल्याकंन बढ़कर लगभग 10 अरब डॉलर पर पहुंच जाएगा।
अग्रवाल ने अपने बयान में कहा कि एक उद्यमी के रूप में और कंपनी के मैनेजमेंट की ओर से, मैं आभारी हूं कि मुझे दोबारा कंपनी के प्रति समर्पित होने का अवसर मिला है। उन्होंने कहा कि इस कंपनी का मिशन दुनिया का सबसे प्रिय आतिथ्य ब्रांड बनना है, जो आम आदमी के लिए बेहतर जीवन शैली लाने पर केंद्रित है।
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