नई दिल्ली। देश के रेलवे स्टेशनों पर फ्री वाईफाई की जो सुविधा मिल रही है वह लंदन और सैन फ्रांसिस्को रेलवे स्टेशनों से भी बेहतर है। यह कहना है गूगल इंडिया के क्नेक्टिविटी हेड गुलजार आनंद का। गुलजार ने एक निजी समाचार वेबसाइट को दिए इंटरव्यू में यह जानकारी दी है। उन्होंने कहा कि भारतीय रेलवे स्टेशनों पर उनकी तरफ से दी जाने वाली वाली फ्री वाईफाई की तुलना अगर लंदन और सैन फ्रांसिस्कों के स्टेशनों पर दिए जा रहे वाईफाई से की जाए तो कैपेसिटी और कवरेज के लिहाज से भारत में ज्यादा बेहतर सुविधा है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के डिजिटल इंडिया कार्यक्रम के तहत रेलवे ने गूगल से चुनिंदा बड़े रेलवे स्टेशनों पर फ्री वाईफाई देने के लिए करार किया है। जनवरी 2016 में शुरू हुए इस कार्यक्रम के तहत अबतक करीब 140 स्टेशनों पर फ्री वाईफाई सुविधा दी जा रही है, 2018 तक इनकी संख्या 400 तक पहुंचाने का लक्ष्य है।
इस कार्यक्रम के तहत भारतीय रेल की सहायक कंपनी रेलटेल फाइबर नेटवर्क के जरिए हाई स्पीड इंटरनेट मुहैया कराती है जबकि गूगल इसके लिए वायरलेस इंफ्रास्ट्रक्चर और टेक्लिनकल सपोर्ट मुहैया कराता है। इस योजना के तहत रेलवे स्टेशनों पर यात्रियों को शुरुआती 30 मिनट के लिए 20-30 एमबीपीएस स्पीड के साथ इंटरनेट मुहैया कराया जाता है, 30 मिनट के बाद इंटरनेट की स्पीड कम हो जाती है।
रिलायंस जियो की तरफ से मुफ्त फोर जी इंटरनेट दिए जाने के बावजूद रेलवे की इस सुविधा को इस्तेमाल करने वालों की संख्या में इजाफा हुआ है। गूगल इंडिया के क्नेक्टिविटी हेड गुलजार आनंद के मुताबिक रिलायंस ने जब फ्री फोर जी की घोषणा की थी तो रेलवे की इस सुविधा को हर महीने करीब 50 लाख यात्री इस्तेमाल कर रहे थे और मौजूदा समय में उनकी संख्या 65 लाख तक पहुंच गई है।
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