नई दिल्ली। दुनिया के बड़े बाजारों में उत्साहजनक मांग को देखते हुए देश में कोरोना संक्रमण के प्रकोप के बावजूद निर्यातकों ने देश का निर्यात कारोबार बेहतर रहने की उम्मीद जताई है। फेडरेशन ऑफ इंडियन एक्सपोर्ट ऑर्गेनाइजेशन (एफईआईओ) के अध्यक्ष एस.के सराफ ने कहा कि ज्यादातर राज्यों में कोरोना के कारण लगाए आंशिक या सम्पूर्ण प्रतिबंधों से विनिर्माण और निर्यात संबंधित सेवाओं को छूट दी गई है। केंद्र सरकार ने भी माल की अंतर-राज्य आवाजाही की अनुमति भी दे रखी है। उन्होंने कहा, ‘‘कोरोना के प्रकोप के कारण हालांकि परेशानी का सामना करना पड़ रहा है क्योंकि उद्योगों में पूर्ण श्रम शक्ति के साथ काम नहीं हो पा रहा हैं। हमें उम्मीद है कि कोरोना की दूसरी लहर मध्य मई से कमजोर हो जाएगी और बाद में स्थिति बेहतर होती चली जायेगी।
साथ ही उन्होने कहा कि बड़े बाजारों में मांग को देखते हुए हमें निर्यात में लगातार वृद्धि की उम्मीद हैं।’’ सराफ ने खरीदारों की जल्दी वितरण की मांग को लेकर कहा, ‘‘ज्यादातर खरीदार मौजूदा स्थिति को समझ रहे हैं और सहयोग कर रहे हैं क्योंकि वे भी इसी तरह की चुनौतियों से गुजर चुके हैं या अभी भी संघर्ष कर रहे हैं। उन्होंने आपसी सहमति से माल पहुंचाने की अवधि को बढ़ा दिया हैं।’’ सराफ ने सरकार से मर्चेंडाइज एक्सपोट्स फ्राम इंडिया स्कीम (एमईआईएस) 2020- 21 के तहत दिसंबर 2020 तक और सविर्सिज एक्सपोर्ट्र्स फ्राम इंडिया स्कीम (एसईआइ्रएस) सुविधा के तहत फाइलिंग की सुविधा खोलने का आग्रह किया। लुधियाना स्थित हैंड टूल्स एसोसियेशन के अध्यक्ष एस सी रलऊन ने भी कहा कि इंजीनियरिंग क्षेत्र में आर्डर बुक अच्छी है और अमेरिका तथा यूरोप में मांग बढ़ रही है। वाणिज्य मंत्रालय के प्रारंभिक आंकड़ों के अनुसार अप्रैल में भारत का निर्यात बढ़कर 30.21 अरब डॉलर पर पहुंच गया तथा इस दौरान व्यापार घाटा भी बढ़कर 15.24 अरब डॉलर हो गया।
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