नई दिल्ली। देश में प्याज की कीमतों में हुई बढ़ोतरी की वजह से इसका निर्यात घटना शुरू हो गया है, प्याज निर्यात के आकंड़े जारी करने वाली संस्था राष्ट्रीय बागवानी अनुसंधान एवं विकास प्रतिष्ठान के मुताबिक अगस्त के दौरान देश से प्याज के मासिक निर्यात में 43 फीसदी की जोरदार गिरावट देखने को मिली है। संस्थान के मुताबिक इस साल अगस्त के दौरान देश से 1,56,680 टन प्याज का निर्यात हो पाया है जबकि पिछले साल अगस्त में देश से 2,75,685.30 टन प्याज का निर्यात हुआ था।
एक्सपोर्ट में गिरावट की ये है वजह
दरअसल अगस्त से पहले इस साल प्याज निर्यात में लगातार बढ़ोतरी हो रही थी जिस वजह से इसकी कीमतें आसमान पर पहुंच गई, घरेलू मार्केट में प्याज का अच्छा भाव मिलता देख व्यापारियों ने इसका निर्यात रोक कम किया और घरेलू मार्केट में ही सप्लाई को बढ़ाया है, यही वजह है कि निर्यात में कमी देखने को मिली है। हालांकि अगस्त के दौरान निर्यात में भले ही गिरावट आई हो लेकिन चालू वित्तवर्ष 2017-18 में अप्रैल से अगस्त तक हुए कुल निर्यात को देखें तो इस साल 30 फीसदी अधिक प्याज एक्सपोर्ट हुआ है, अप्रैल से अगस्त के दौरान देश से 13,86,191 टन प्याज का एक्सपोर्ट हो चुका है जबकि पिछले साल इस दौरान 10,63,942 टन का निर्यात हुआ था।
लगातार बढ़ रहा है प्याज का भाव
जुलाई तक देश से प्याज के निर्यात में करीब 56 फीसदी की बढ़ोतरी देखी जा रही थी, प्याज के कारोबार के लिए देशभर में सबसे बड़ी मंडी महाराष्ट्र के लासलगांव में जुलाई के दौरान इसका औसत भाव 7.63 रुपए प्रति क्विंटल दर्ज किया गया है, लेकिन जुलाई के बाद भाव बढ़ना शुरू हुआ है, अगस्त में औसत भाव 19 रुपए प्रति किलो, सितंबर में 15.42 रुपए किलो, अक्टूबर में 22.89 रुपए किलो और नवंबर में अबतक 26.94 रुपए प्रति किलो है, घरेलू बाजार में ही भाव बढ़ता देख प्याज कारोबारी अब निर्यात न करके घरेलू स्तर पर ही सप्लाई बढ़ा रहे हैं। घरेलू स्तर पर सप्लाई बढ़ने से आगे चलकर प्याज के भाव में कमी आने की उम्मीद बढ़ गई है।
Latest Business News