नई दिल्ली। सार्वजनिक क्षेत्र की तेल एवं प्राकृतिक गैस निगम (ओएनजीसी) ने देश की सबसे गहराई वाली गैस खोज के विकास पर 2022-23 तक 21,500 करोड़ रुपए का निवेश करेगी। इससे वह अपने प्रमुख केजी बेसिन ब्लॉक से उत्पादन को दोगुना से अधिक कर सकेगी।
- ओएनजीसी ने पिछले साल बंगाल की खाड़ी के केजी-डीडब्ल्यूएन-98-2 (केजी-डी5) ब्लॉक में 10 तेल एवं गैस खोजों में उत्पादन शुरू करने के लिए 34,012 करोड़ रुपए (5.07 अरब डॉलर) की योजना को अंतिम रूप दिया था।
- अब कंपनी की योजना अत्यधिक गहराई वाली यूडी-एक खोज के विकास पर 21,528.10 करोड़ रुपए (3.2 अरब डॉलर) और खर्च करने की है।
- ओएनजीसी के निदेशक (ऑफशोर) तपस कुमार सेनगुप्ता ने कहा, हम हाइड्रोकार्बन महानिदेशालय (डीजीएच) के समक्ष यूडी-एक खोज की व्यावसायिक रूप से व्यावहारिक होने के संबंध में ब्योरा दिया है।
- हम अंतिम निवेश योजना, फील्ड विकास योजना 2017 के अंत तक जमा कराएंगे, जिससे इन खोजों से 2022-23 तक उत्पादन शुरू किया जा सके।
- ओएनजीसी की योजना 2,400 से 3,200 मीटर गहरे वाली खोजों में नौ कुओं की खुदाई करने की है।
- इससे वहां 1.9 करोड़ घनमीटर प्रतिदिन का अधिकतम उत्पादन हासिल किया जा सकेगा।
- कंपनी ने इससे पहले केजी-डी5 ब्लॉक की खोजों का विकास करने का फैसला किया था।
- उस समय तय किया गया था कि इसी ब्लॉक में यूडी-एक ब्लॉक का विकास बाद में किया जाएगा।
सेनगुप्ता ने बताया कि कुछ परामर्शकों ने ओएनजीसी को यह दिखाया है कि यूडी-एक से अधिक गहराई वाली मेक्सिको की खाड़ी की खोजों में हाल के समय में उत्पादन शुरू किया गया है।
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