नई दिल्ली। बैंक कर्मचारी 2 दिसंबर को राष्ट्रव्यापी हड़ताल करेंगे। ग्रेस अपॉइंटमेंट के मुद्दे पर सरकारी दबाव और एसबीआई एसोसिएट बैंकों को अलग करने के विरोध में 2 दिसंबर को बैंक कर्मचारी राष्ट्रव्यापी हड़ताल पर रहेंगे।
अखिल भारतीय बैंक कर्मचारी संघ (एआईबीईए) के महासचिव सीएच वेंकटचलम ने कहा कि एसबीआई एसोसिएट बैंकों को अलग करने और सरकारी दिशानिर्देशों के अनुसार अनुकंपा नियुक्तियों जैसे मुददों पर दबाव बनाने के लिए हड़ताल बुलाई गई है।
इसके अलावा, स्टेट सेक्टर बैंक कर्मचारी संघ (एसएसबीईए) के चेयरमैन महेश मिश्र ने कहा कि एसबीआई एसोसिएट बैंकों में दो दिन (1 और 2 दिसंबर) की हड़ताल बुलाई गई है। मिश्र ने चेताया कि अगर उनकी मांगें तबतक पूरी नहीं की गईं, तो एसएसबीईए एसोसिएट बैंकों में अनिश्चितकालीन हड़ताल हो सकती है। वेंकटचलम ने कहा है कि 26 अक्तूबर से कई आंदोलन होंगे जिसके बाद दिसंबर की शुरुआत में हड़ताल होगी।
इससे पहले ट्रांस्पोटर्स ने की थी पांच दिन की हड़ताल
ट्रक मालिकों की हड़ताल एक अक्टूबर को शुरू हुई थी, जो पांच अक्टूबर तक चली। AIMTC का दावा है कि इन पांच दिनों में ट्रक चालकों को 7,500 करोड़ रुपए का घाटा हुआ, जबकि सरकार को इससे 50,000 करोड़ रुपए से अधिक का नुकसान हो सकता है। हड़ताल की वजह से देश के विभिन्न भागों में वस्तुओं की आपूर्ति बाधित हुई, सो अलग। इससे आम आदमी को दिक्कतों का सामना करना पड़ा। पांच दिन के बाद सरकार के भरोंसा दिलाने के बाद हड़ताल खत्म हुई थी।
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