नई दिल्ली। ऐप के जरिये टैक्सी सेवा प्रदान करने वाली दुनिया की सबसे बड़ी कंपनी उबेर के बढ़ते कारोबार को रोकने के लिए दुनियाभर की अन्य बड़ी कंपनियों ने एक नई रणनीति बनाई है। इस नई रणनीति के तहत भारत की सबसे बड़ी टैक्सी ऐप कंपनी ओला, चीन की दीदी क्वेदी, अमेरिका की लिफ्ट और मलेशिया की ग्रेब टैक्सी ने आपसी गठजोड़ किया है। इस समझौते के बाद यात्री इन सभी कंपनियों की सेवाओं को केवल एक ऐप के जरिये हासिल कर सकेंगे।
इसका सीधा मतलब यह है कि यदि कोई ओला ग्राहक चीन, साउथ ईस्ट एशिया या अमेरिका की यात्रा पर जाता है, तो वह ओला की ऐप से ही वहां टैक्सी बुक कर सकता है। यह सारी कवायद दुनिया की सबसे बेहतर टैक्सी सर्विस प्रदाता कंपनी उबेर को कड़ी प्रतिस्पर्धा देने के लिए हो रही है। दीदी क्वेदी के सीईओ चेंग वेई ने कहा कि ग्लोबल राइडशेयरिंग इंडस्ट्री के लिए ये एक अच्छा कदम है। ओला, दीदी क्वेदी और ग्रेब टैक्सी में सॉफ्टबैंक ने निवेश किया है, जबकि लिफ्ट में अलीबाबा ने निवेश किया है। रिपोर्ट के मुताबिक यह सभी कंपनियों 2016 की पहली तिमाही से अपना नया प्रोडक्ट शुरू करेंगी और प्रत्येक कंपनी सभी देशों के लिए मैपिंग, रूटिंग और पेमेंट के लिए एक सुरक्षित सिस्टम तैयार करेगा।
उबेर ने भारत में 1 अरब डॉलर का निवेश कर अपनी सर्विस के विस्तार की योजना बनाई है। उबरे वर्तमान में 57 देशों में अपनी सेवाएं संचालित कर रही है, जिसकी अनुमानित लागत 40 अरब डॉलर है। यह रोचक बात यह है कि जहां उबेर के खिलाफ दुनियाभर की कंपनियां एकजुट हो रही हैं, वहीं उबेर ने 2.5 अरब डॉलर की राशि जुटाने की घोषणा की है। फंडिंग के इस ताजा चरण के बाद उबेर की मार्केट वैल्यू 62.5 अरब डॉलर हो गई है। कुछ महीने पहले ही उबेर ने कुछ चुनिंदा शहरों में फूड डिलीवरी सर्विसे भी शुरू की है।
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