नई दिल्ली। कैब सेवा प्रदान करने वाली कंपनी ओला अपने खाद्य कारोबार फूडपांडा का नए सिरे से गठन कर रही है। इसके तहत वह खुद के रसोई नेटवर्क के माध्यम से क्यूरेटेड (चयनित खाद्य पदार्थ, व्यवस्था) खाद्य ब्रांड बनाने और ऑफलाइन स्टोर पर ध्यान केंद्रित कर रही है।
सूत्रों के मुताबिक फूडपांडा पहले ही दिल्ली, बेंगलुरु, पुणे समेत पांच शहरों में 50 से अधिक रसोईघर (किचन) स्थापित कर चुकी है और इस नेटवर्क को बढ़ाने के लिए काम कर रही है। उन्होंने कहा कि फूडपांडा अपने ब्रांड्स के तहत उत्पादों की बिक्री के लिए स्टोर खोलने का भी विचार कर रही है।
फूडपांडा के प्रवक्ता ने कहा कि हम रसोई के नेटवर्क का विस्तार करके अपने खाद्य ब्रांड्स का फोर्टफोलियो बनाने और क्यूरेटेड खाद्य कारोबार की ओर ध्यान दे रहे हैं। प्रवक्ता ने कहा कि इनमें से कई पेशकश सभी प्रमुख शहरों में फूडपांडा और ओला एप के माध्यम से पहले से की जा रही है। हम अपनी सुविधाओं और रसोईघर में निवेश करना जारी रखेंगे।
फूडपांडा की शुरुआत 2012 में हुई थी और दिसंबर 2016 में डिलीवरी हीरो ने इसे खरीद लिया था। 2017 में ओला ने जर्मनी की डिलीवरी हीरो ग्रुप से फूडपांडा के इंडिया बिजनेस का अधिग्रहण किया था। उसने उस समय इसमें 20 करोड़ डॉलर के निवेश की प्रतिबद्धता जताई थी।
भारत में खाद्य पदार्थ डिलिवरी क्षेत्र में स्विगी, जोमेटो और उबर ईट्स में कड़ी प्रतिस्पर्धा है। 2014 में ओला ने ओला कैफे के साथ फूड डिलीवरी बिजनेस में प्रवेश किया था और इसने अपनी सेवाओं का दिल्ली, मुंबई और बेंगलुरु जैसे शहरो में विस्तार किया था। हालांकि ओला कैफे को बाद में बंद कर दिया गया।
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