#Acchedin: 10 दिनों में 13 फीसदी सस्ता हुआ क्रूड ऑयल, 1-1.5 रुपए घट सकते हैं पेट्रोल-डीजल के दाम
बीते 10 दिन में क्रूड ऑयल 13% सस्ता हो चुका है। इन सबके बीच उम्मीद जताई जा रही है कि मंगलवार को पेट्रोल-डीजल की कीमतों में 1-1.50 रुपए की कटौती हो सकती है।
नई दिल्ली। क्रूड ऑयल की कीमतों में चली आ रही गिरावट और गहरा गई है। नायमैक्स पर डब्ल्यूटीआई क्रूड का भाव 35.5 डॉलर के नीचे आ गया है। वहीं, ब्रेंट क्रूड दिसबंर 2008 के बाद पहली बार 38 डॉलर के नीच फिसल गया है। बीते 10 दिन में कच्चा तेल 13 फीसदी सस्ता हो चुका है। इन सबके बीच उम्मीद जताई जा रही है कि मंगलवार को पेट्रोल और डीजल की कीमतों में 1-1.50 रुपए की कटौती हो सकती है। वहीं दूसरी ओर दुनिया के बड़े बैंक और फाइनेंशियल एडवाइजर क्रूड के दाम 20 डॉलर तक आने की आशंका जता रहे हैं, यानी क्रूड की कीमतें मौजूदा स्तर से आधे से भी कम रह जाएंगी। ऐसे में बड़ा सवाल यह है कि क्रूड की कीमतें आधी रह जाने पर क्या पेट्रोल की कीमतें भी आधी रह जाएंगी? यानी कि दिल्ली में 60.48 रुपए प्रति लीटर बिकने वाला पेट्रोल 30 रुपए लीटर बिकेगा ?
1 से 1.5 रुपए सस्ता होगा पेट्रोल-डीजल
एनर्जी एक्सपर्ट नरेंद्र तनेजा ने इंडियाटीवी पैसा को बताया कि 15 दिसबंर (मंगलवार) को ऑयल मार्केटिंग कंपनियों की होने वाली बैठक में पेट्रोल-डीजल की कीमतों में 1 से 1.5 रुपए की कटौती हो सकती है। तनेजा ने साफ किया की क्रूड ऑयल की कीमतों में आई गिरावट का असर तुरंत नहीं पड़ता है। इसके अलावा ऐसे कई फैक्टर्स हैं जो कीमतों को प्रभावित करते हैं जैसे डॉलर के मुकाबले रुपया, अंतरराष्ट्रीय बाजार में पेट्रोल-डीजल की कीमतें इत्यादि। इसलिए आज जो क्रूड के दाम 38 डॉलर के आसपास है उसका असर लंबे समय के बाद दिखाई देगा। डॉलर के मुकाबले रुपया दो साल के निचले स्तर 67 के स्तर पर आ गया है।
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20 डॉलर आ सकती है क्रूड ऑयल की कीमत
गोल्डमैन सैक्स ने कहा कि ग्लोबल स्तर पर ओवर सप्लाई और चालू सीजन के दौरान अल-नीनो के प्रभाव से कम सर्दी के कारण क्रूड की कीमतों में तेजी से गिरावट देखने को मिल सकती है। इन दोनों वजहों से क्रूड ऑयल की कीमतें 20 डॉलर प्रति बैरल तक आ सकती है। गोल्डमैन के मुताबिक दुनिया में ऑयल की बढ़ती सप्लाई के लिए भंडारण की जगह खत्म हो रही है, जल्द ऐसा समय आएगा जब टैंकर की कम पड़ जाएंगे।
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इंटरनेशनल आयल ब्रोकर्स और कंसल्टेंट्स जीवीएम ग्रुप के हेड डेविड हफ्तों ने कहा कि दुनिया तेल में तैर रही है और कमर्शियल स्टॉक रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया है। हम जिस नंबर का सामना कर रहे हैं वह भयानक है। पिछले दो साल से लगातार स्टॉक बढ़ रहा है। उन्होंने कहा कि राहत की बात सिर्फ ये है कि चीन अपने स्ट्रेटेजिक रिजर्व के लिए रोजाना 2 से 3 लाख बैरल क्रूड खरीद रहा है। लेकिन यह स्पष्ट नहीं है कि चीन कितना क्रूड और खरीदेगा।
crude and petrol
उत्पादक देशों की आपसी लड़ाई से क्रूड हुआ पानी
क्रूड की कीमतों में इसलिए भी भारी गिरावट की आशंका है क्योंकि ओपेक उत्पादक और रूसी कंपनियां यूरोप और एशिया में मार्केट शेयर को बचाने के लिए कुछ भी करने को तैयार है। सऊदी अरब पहली बार पोलैंड और स्वीडन को क्रूड ऑयल सप्लाई कर रहा है। वहीं, इराक लो-ग्रेड ‘बुर्सा हैवी’ क्रूड को ग्लोबल बाजार में 30 डॉलर प्रति बैरल के भाव बेच रहा है। दरअसल क्रूड की कीमतों में आई गिरावट के कारण इराक का बजट बिगड़ गया है। इराक इंटरनेशनल मॉनेटरी फंड से बड़े पैमाने पर लोन की मांग कर रहा है। दूसरी ओर शुक्रवार को ओपेक ने क्रूड ऑयल उत्पादन का उत्पादन 3 करोड़ बैरल रोजाना कायम रखने की बात कही है।
10 दिन में 13 फीसदी सस्ता हुआ क्रूड
पिछले 18 महीने से क्रूड ऑयल की कीमतों में आई गिरावट दिसंबर में और गहरा गई है। पिछले 10 दिनों में की कीमतें करीब 13 फीसदी फिसल चुकी है। भारतीय बास्केट में क्रूड 30 नवंबर को 40.97 डॉलर प्रति बैरल था, जो कि 11 दिसंबर को 35.72 डॉलर प्रति बैरल रह गया है। वहीं, अंतरराष्ट्रीय बाजार में 1 दिसबंर को ब्रेंट क्रूड का बंद भाव 44.44 डॉलर था, जो कि अब 38 डॉलर के नीचे आ गए हैं। वहीं डब्ल्यूटीआई महीने के शुरुआत में 41.85 डॉलर पर कारोबार कर रहा था, लेकिन अब कीमत 35 के आसपास आ गई है।