कोरोना संकट: तेल कंपनियों की 1031 करोड़ रुपये की मदद, पीएम केयर्स फंड में दी राशि
फंड में सबसे ज्यादा 300 करोड़ रुपये का योगदान ओएनजीसी ने किया
नई दिल्ली। तेल एवं प्राकृतिक गैस निगम, इंडियन आयल कार्पोरेशन लिमिटेड और सार्वजनिक क्षेत्र की अन्य तेल कंपनियों ने कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई में सरकार को सहयोग देते हुये प्रधानमंत्री के पीएम केयर्स फंड में 1,000 करोड़ रुपये से अधिक का योगदान दिया है। कोविड- 19 के खिलाफ लड़ाई में सरकार को सहारा देते हुये सबसे ज्यादा 300 करोड़ रुपये का योगदान ओएनजीसी ने किया। इसके बाद 225 करोड़ रुपये आईओसी ने, निजीकरण के लिये पेश की गई कंपनी बीपीसीएल ने 175 करोड़ रुपये और ओएनजीसी के सुपुर्द की जा चुकी एचपीसीएल ने 120 करोड़ रुपये का योगदान किया। पेट्रोनेट एलएनजी लिमिटेड ने 100 करोड़ रुपये दिये जबकि प्राकृतिक गैस कारोबार में लगी कंपनी गेल इंडिया ने 50 करोड़ रुपये और आयल इंडिया लिमिटेड ने 38 करोड़ रुपये का योगदान किया है।
ओएनजीसी के चेयरमैन एवं प्रबंध निदेशक शशि शंकर ने कहा कि कंपनी ने अपने कंपनी सामाजिक दायित्व कोष से 300 करोड़ रुपये का योगदान किया है जबकि उसके कर्मचारियों ने अपने दो दिन का वेतन 16 करोड़ रुपये पीएम केयर्स फंड में दिया है। कंपनी के कर्मचारी और उनके परिवार भूखे दिहाड़ी मजदूरों को भोजन भी उपलब्ध करा रहे हैं। इंडियन आयल ने भी कहा है कि एक जिम्मेदार कारपोरेट के नाते कंपनी ने पीएम केयर्स फंड में 225 करोड़ रुपये का योगदान किया है। कंपनी के कम्रचारियों ने अपने दो दिन का वेतन भी इस कोष के लिये दिया है। बीपीसीएल ने ईंधन और एलपीजी आपूर्ति का भरोसा देते हुये कहा है कि बीपीसीएल और उसकी सहायक इकाइयों ने पीएम केयर्स फंड में 175 करोड़ रुपये देने का वादा किया है।