भुवनेश्वर: ओडीशा सरकार ने मंगलवार को राज्य में 2.75 करोड़ टन इस्पात उत्पादन क्षमता वाली पांच अलग अलग परियोजनाओं को सैद्धांतिक तौर पर मंजूरी दे दी। इन परियोजनाओं में 1.46 लाख करोड़ रुपये का निवेश होने की उम्मीद है। आधिकारिक सूत्रों ने यह जानकारी दी। अधिकारी ने कहा कि राज्य में इस्पात उतपादन की शुरुआत वर्ष 2000 में केवल 20 लाख टन सालाना उत्पादन क्षमता के साथ हुई थी। जो कि अब तक बढ़कर तीन करोड़ टन सालाना तक पहुंच चुकी है।
मंगलवार को मंजूर परियोजनाओं को मिलाकर राज्य की उत्पादन क्षमता 5.75 करोड़ टन तक पहुंच जायेगी। राज्य में मंगलवार को जिन परियोजनाओं को मंजूरी दी गई उनमें जनजातीय आबादी वाले खनिज से भरपूर क्योंझर जिले में 30 लाख टन सालाना उत्पादन क्षमता का इस्पात संयंत्र लगाने को भी मंजूरी दी गई है। इस मंजूरी के अलावा राज्य में जेएसपीएल की अंगुल परियोजना के विस्तार को भी मंजूरी दी गई है।
जेएसपीएल की परियोजना की उत्पादन क्षमता को बढ़ाकर 2.52 लाख टन सालाना करने की मंजूरी दी गई है। इससे जेएसपीएल दुनिया में एक ही स्थान पर सबसे बड़ा इस्पात उत्पादन वाला कारखाना चलाने वाली कंपनी बन जायेगी। ओड़ीशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक की अध्यक्षता में राज्य की उच्च स्तरीय मंजूरी प्राधिकरण ने इन परियोजनाओं को हरी झंडी दी है। कोरोना वायरस महामारी के दौरान धातु और धातु के इस्तेमाल वाले दूसरे क्षेत्रों में 1,46,172 करोड़ रुपये के प्रस्तावित निवेश वाली इन योजनाओं से ओडीश देश में एक बेहतर निवेश स्थल के रूप में बनकर उभरा है।
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