अमेरिका और कनाडा में ये कंपनी बनाएगी Covaxin, ओक्यूजेन ने चुना साझेदार
हैदराबाद। भारत बायोटेक की कोविड-19 वैक्सीन कोवैक्सीन के लिए अमेरिका तथा कनाडा में साझेदार ओक्यूजेन इंक ने कहा कि उसने उत्तर अमेरिकी देशों के लिए वाशिंगटन स्थित जुबिलैंट हॉलिस्टरस्टीयर को चुना विनिर्माण साझेदार चुना है। ओक्यूजन के वरिष्ठ उपाध्यक्ष (विनिर्माण और आपू्र्ति श्रृंखला) ने मंगलवार को एक विज्ञप्ति में कहा, ‘‘हम अमेरिका और कनाडा के बाजारों में कोवैक्सीन को लाने के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध हैं, क्योंकि हमारा मानना है कि इसमें उभरते वेरिएंट के खिलाफ मुकाबला कर जीवन को बचाने की क्षमता है।’’ अमेरिकी दवा नियामक ने हाल में कोवैक्सीन को आपातकालीन उपयोग की इजाजत न देते हुए जैविक लाइसेंस आवेदन (बीएलए) मार्ग को आगे बढ़ाने की सलाह दी थी।
केंद्र को ₹150 में Covaxin डोज देना लंबे समय तक संभव नहीं
भारत बायोटेक की कोविड वैक्सीन कोवैक्सिन (Bharat Biotech's COVID-19 vaccine Covaxin) पूरी तरह से स्वदेशी है। भारत बायोटेक द्वारा कोवैक्सिन की डोज ₹150 में भारत सरकार को सप्लाई की जा रही है। भारत बायोटेक ने मंगलवार को कहा कि केंद्र सरकार को भारत बायोटेक के COVID-19 वैक्सीन Covaxin की आपूर्ति मूल्य 150 रुपये प्रति खुराक लंबे समय तक वहनीय नहीं है। केंद्र की आपूर्ति कीमत निजी क्षेत्र के लिए मूल्य निर्धारण संरचना को ऊपर की ओर बढ़ा रही है।
भारत बायोटेक द्वारा जारी बयान में कहा गया कि भारत सरकार को 150 रुपये/खुराक पर कोवैक्सिन का आपूर्ति मूल्य, एक गैर-प्रतिस्पर्धी मूल्य है और स्पष्ट रूप से लंबे समय में वहनीय नहीं है। इसलिए निजी बाजारों में लागत के हिस्से को ऑफसेट करने के लिए एक उच्च कीमत की आवश्यकता होती है।" बयान में बताया गया कि भारत बायोटेक ने अब तक उत्पाद विकास, क्लिनिकल परीक्षण और कोवैक्सिन के लिए विनिर्माण सुविधाओं की स्थापना के लिए अपने स्वयं के संसाधनों से जोखिम में 500 करोड़ रुपये से अधिक का निवेश किया है।
पढ़ें- LPG ग्राहकों को मिल सकते हैं 50 लाख रुपये, जानें कैसे उठा सकते हैं लाभ
पढ़ें- खुशखबरी! हर साल खाते में आएंगे 1 लाख रुपये, मालामाल कर देगी ये स्कीम
पढ़ें- हिंदी समझती है ये वॉशिंग मशीन! आपकी आवाज पर खुद धो देगी कपड़े
पढ़ें- किसान सम्मान निधि मिलनी हो जाएगी बंद! सरकार ने लिस्ट से इन लोगों को किया बाहर
पढ़ें- Aadhaar के बिना हो जाएंगे ये काम, सरकार ने नोटिफिकेशन जारी कर जरूरत को किया खत्म