Nykaa ने IPO के लिए सेबी के पास जमा कराए दस्तावेज, अडानी विल्मर भी बनेगी सूचीबद्ध कंपनी
खाद्य तेल कंपनी अडानी विल्मर लि. ने आरंभिक सार्वजनिक निर्गम के जरिये 4,500 करोड़ रुपये जुटाने के लिए बाजार नियामक सेबी के पास दस्तावेज जमा करा दिए हैं।
नई दिल्ली। ई-कॉमर्स ब्यूटी कंपनी नायका (Nykaa) ने आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (IPO) के जरिये धन जुटाने हेतु पूंजी बाजार नियामक सेबी के पास दस्तावेज जमा कराए हैं। ड्राफ्ट रेड हेरिंग प्रोस्पेक्ट्स (DRHP) आईपीओ के तहत 525 करोड़ रुपये के नए शेयर बिक्री के लिए पेश किए जाएंगे जबकि मौजूदा शेयरधारकों द्वारा ऑफर फॉर सेल के लिए 4,31,11,670 शेयरों की पेशकश की जाएगी। ओएफएस में शेयरों की बिकवाली करने वालों में टीपीजी ग्रोथ, लाइटहाउस इंडिया फंड, लाइटहाउस इंडिया एम्प्लॉई ट्रस्ट, योगेश एजेंसीस और इनवेस्टमेाट एवं जेएम फाइनेंशियल एंड इनवेस्टमेंट कंसल्टेंसी सर्विस व संजय नायर फैमिली ट्रस्ट शामिल हैं।
आईपीओ से जुटाए गए धन का इस्तेमाल कुछ सहयोगी इकाईयों - नायका फैशन या एफएसएन ब्रांड्स- नए रिटेल स्टोर खोलने, पूंजी खर्च, कर्ज का भुगतान, ब्रांड्स की दृश्यता और जागरूकता बढ़ाने एवं सामान्य कॉरपोरेट उद्देश्यों के लिए किया जाएगा। 2012 में स्थापित कंपनी एक डिजिटल नेटिव कंज्यूमर टेक्नोलॉजी प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल करती है, जो उपभोक्ताओं को कंटेंट-लेड, लाइफस्टाइल रिटेल एक्सपीरिएंस प्रदान करती है। कंपनी के पास ब्यूटी, पर्सनल केयर और फैशन प्रोडक्ट्स का एक विविधापूर्ण पोर्टफोलियो है, जिसमें उसके द्वारा विनिर्मित स्वयं के ब्रांड प्रोडक्ट्स भी शामिल हैं।
कंपनी के इक्विटी शेयर को बीएसई और एनएसई दोनों एक्सचेंज पर लिस्ट कराया जाएगा। कोटक महिंद्रा कैपिटल कंपनी, मॉर्गन स्टेनली इंडिया कंपनी, बोफा सिक्यूरिटीज इंडिया, सिटीग्रुप ग्लोबल मार्केट्स इंडिया, जेएम फाइनेंशियल और आईसीआईसीआई सिक्यूरिटीज को मर्चेंट बैंकर्स के रूप में नियुक्त किया गया है।
अडानी विल्मर ने 4,500 करोड़ रुपये के आईपीओ के लिए दस्तावेज जमा कराए
खाद्य तेल कंपनी अडानी विल्मर लि. ने आरंभिक सार्वजनिक निर्गम के जरिये 4,500 करोड़ रुपये जुटाने के लिए बाजार नियामक सेबी के पास दस्तावेज जमा करा दिए हैं। कंपनी फॉर्च्यून ब्रांड के तहत खाद्य तेल बेचती है और क्षेत्र की प्रमुख इकाई है। विवरण पुस्तिका के अनुसार अडानी विल्मर आईपीओ के तहत 4,500 करोड़ रुपये के नए शेयर जारी करेगी।
अडानी समूह ने शेयर बाजारों को दी सूचना में कहा कि इसमें बिक्री पेशकश शामिल नहीं है। कंपनी आईपीओ के जरिये जुटाई गई राशि का उपयोग मौजूदा विनिर्माण संयंत्रों के विस्तार और नए कारखाने लगाने में होने वाले खर्च में करेगी। इसके अलावा कंपनी कर्ज चुकाने, रणनीतिक अधिग्रहण और निवेश तथा सामान्य कंपनी कार्यों में भी इस राशि का उपयोग करेगी।