नई दिल्ली| एनटीपीसी समूह की कंपनियों ने चालू वित्त वर्ष में पिछले साल की तुलना में काफी तेज दर से 100 अरब यूनिट (बीयू) का कुल उत्पादन हासिल किया है, जिसकी दर पिछले साल की तुलना में तेज है। पिछले साल 7 अगस्त 2020 को समूह का उत्पादन 100 बीयू को पार कर गया था। जुलाई में ही इस स्तर को पार करना कंपनी के बेहतर प्रदर्शन और चालू वर्ष में बिजली की मांग में बढ़त का संकेत देता है।
एनटीपीसी समूह की कंपनियों ने अप्रैल से जून 2021 की पहली तिमाही में 85.8 बीयू का उत्पादन दर्ज किया, जो पिछले साल की इसी तिमाही में उत्पन्न 67.9 बीयू से 26.3 फीसदी की बढ़त है। स्टैंडअलोन आधार पर, एनटीपीसी का उत्पादन अप्रैल से जून 2021 की पहली तिमाही में 19.1 फीसदी बढ़कर 71.7 बीयू हो गया, जबकि पिछले साल इसी तिमाही में यह 60.2 बीयू था। केंद्रीय विद्युत प्राधिकरण (सीईए) द्वारा प्रकाशित आंकड़ों के अनुसार, छत्तीसगढ़ में एनटीपीसी कोरबा (2600 मेगावाट) अप्रैल से जून 2021 के बीच 97.61 फीसदी प्लांट लोड फैक्टर (पीएलएफ) के साथ भारत में सर्वोच्च प्रदर्शन करने वाला थर्मल पावर प्लांट है।
उत्तर प्रदेश में एनटीपीसी सिंगरौली यूनिट 4 (200 मेगावाट) ने 102.08 फीसदी पीएलएफ हासिल किया, जो अप्रैल से जून 2021 तक देश में सबसे अधिक है। 66085 मेगावाट की कुल स्थापित क्षमता के साथ, एनटीपीसी समूह के पास 29 रिन्यूएबल परियोजनाओं सहित 71 बिजली स्टेशन हैं। एनटीपीसी ने 2032 तक 60 गीगावाट (जीडब्ल्यू) अक्षय ऊर्जा (आरई) क्षमता स्थापित करने का लक्ष्य रखा है। एनटीपीसी के पास निमार्णाधीन 20 मेगावाट से अधिक क्षमता है, जिसमें 5 मेगावाट नवीकरणीय ऊर्जा परियोजनाएं शामिल हैं।
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