नई दिल्ली। भारतीय स्टेट बैंक ने रविवार को स्पष्ट किया कि वह अपने योनो प्लेटफॉर्म के माध्यम से ग्राहकों को किसी तरह का आपातकालीन कर्ज नहीं दे रहा है। कुछ खबरों में कहा गया है कि बैंक 45 मिनट के भीतर पांच लाख रुपये तक के आपातकालीन कर्ज की पेशकश कर रहा है। खबरों में कहा गया है कि यह कर्ज 10.5 प्रतिशत की ब्याज दर पर दिया जाएगा और ईएमआई छह महीने की अवधि के बाद शुरू होगी। बैंक ने कहा कि योनो के माध्यम से एसबीआई इमरजेंसी लोन स्कीम के बारे में व्यापक रूप से खबरें चल रही हैं। हम स्पष्ट करना चाहेंगे कि एसबीआई इस तरह का कोई कर्ज नहीं दे रहा है। हम अपने ग्राहकों से भी इन अफवाहों पर विश्वास न करने का आग्रह करते हैं।
हालांकि, एसबीआई ने कहा कि वह अपने उन वेतनभोगी ग्राहकों को राहत देने के लिये योनो के माध्यम से एक पूर्व-अनुमोदित व्यक्तिगत ऋण की पेशकश शुरू करने की प्रक्रिया में है, जो कोरोना वायरस महामारी से उत्पन्न संकट के कारण नकदी की कमी की समस्याओं का सामना कर रहे हैं। योनो यानी 'यू ओनली नीड वन', एसबीआई का एक डिजिटल सेवा मंच है। इसके जरिये एसबीआई अपने ग्राहकों को बैंकिंग, खरीदारी, जीवन शैली और निवेश की जरूरतों के लिये एक ही जगह समाधान प्रदान करता है।
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