चालू वित्त वर्ष में नॉन कोर एसेट्स को बेचने की योजना नहीं: पीएनबी
कुछ रीयल एस्टेट परिसंपत्तियों के बेहतर कीमत मिलने पर बेच सकता है बैंक
नई दिल्ली। पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) के प्रबंध निदेशक एस एस मल्लिकार्जुन राव ने कहा है कि चालू वित्त वर्ष के दौरान उसकी सहायक इकाइयों सहित नॉन कोर एसेट्स को बेचने की कोई योजना नहीं है। उन्होंने पीटीआई-भाषा से एक साक्षात्कार के दौरान कहा, ‘‘हालांकि, बैंक अपनी कुछ रीयल एस्टेट परिसंपत्तियों को बेचना चाहता है, जिसमें उसका पुराना मुख्यालय भवन शामिल है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘विलय के कारण हमारे पास बहुत सारी अचल संपत्तियां हैं। हम उनमें से कुछ को बेचने की योजना बना रहे हैं। हम तीसरी तिमाही के अंत तक इनमें से काफी परिसंपत्तियों को बेचने की योजना बना रहे हैं, बशर्ते बाजार उपलब्ध हो। हम कम कीमत पर नहीं बेचेंगे।’’
पीएनबी की कई सहयोगी कंपनियां हैं, जैसे पीएनबी हाउसिंग फाइनेंस लिमिटेड में उसकी 32.65 प्रतिशत हिस्सेदारी है और पीएनबी मेटलाइफ में 30 प्रतिशत शेयर हैं। पीएनबी के साथ ओरियंटल बैंक ऑफ कॉमर्स (ओबीसी) के विलय के बाद एक अप्रैल से उसकी सहायक इकाइयों की संख्या बढ़ गई है और इसमें केनरा एचएसबीसी ओबीसी लाइफ इंश्योरेंस भी शामिल हैं। राव ने कहा कि भारतीय बीमा नियामक और विकास प्राधिकरण (इरडा) ने पीएनबी को दोनों कंपनियों को जारी रखने की अनुमति दे दी है और बैंक दोनों बीमा कंपनियों पीएनबी मेटलाइफ और केनरा एचएसबीसी ओबीसी लाइफ इंश्योरेंस में अपनी हिस्सेदारी बनाए रखेगा।