पेट्रोल, डीजल को GST के दायरे में लाने की कोई योजना नहीं: सरकार
सरकार ने सोमवार को कहा कि अभी तक जीएसटी परिषद ने तेल और गैस को माल एवं सेवा कर (जीएसटी) के दायरे में शामिल करने की सिफारिश नहीं की है।
नई दिल्ली: सरकार ने सोमवार को कहा कि अभी तक जीएसटी परिषद ने तेल और गैस को माल एवं सेवा कर (जीएसटी) के दायरे में शामिल करने की सिफारिश नहीं की है। लोकसभा में पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस राज्य मंत्री रामेश्वर तेली ने के.मुरलीधरन, भर्तृहरि महताब, सुप्रिया सुले और सौगत राय आदि सदस्यों के प्रश्न के लिखित उत्तर में यह जानकारी दी।
सदस्यों ने पूछा था, ‘‘क्या डीजल, पेट्रोल की कीमतों पर नियंत्रण के लिये पेट्रोलियम पदार्थों को जीएसटी के दायरे में लाने की योजना है?’’ मंत्री ने जवाब दिया, ‘‘वर्तमान में इन उत्पादों को जीएसटी के दायरे में लाने की कोई योजना नहीं है। अभी तक जीएसटी परिषद ने तेल और गैस को माल एवं सेवा कर (जीएसटी) के दायरे में शामिल करने की सिफारिश नहीं की है।’’
पेट्रोल, डीजल की कीमत
पेट्रोल और डीजल की कीमतों में दूसरे दिन सोमवार को लगातार हो रही बढ़ोतरी पर तेल विपणन कंपनियों (ओएमसी) ने विराम का बटन दबा दिया। राष्ट्रीय राजधानी में पेट्रोल 101.84 रुपये प्रति लीटर और डीजल 89.87 रुपये प्रति लीटर के अपरिवर्तित मूल्य पर बेचा जा रहा है। शनिवार को पेट्रोल के दाम में 30 पैसे की बढ़ोतरी की गई, जबकि डीजल में कोई बदलाव नहीं किया गया। रविवार को तेल विपणन ने दो ऑटो ईंधन की कीमतों में कोई बदलाव नहीं किया था।
मुंबई शहर में, जहां 29 मई को पहली बार पेट्रोल की कीमतें 100 रुपये के स्तर को पार कर गईं, ईंधन की कीमत 107.83 रुपये प्रति लीटर है। शहर में डीजल की कीमत भी 97.45 रुपये है, जो महानगरों में सबसे ज्यादा है। सभी महानगरों में पेट्रोल की कीमत अब 100 रुपये प्रति लीटर को पार कर गई है और ओएमसी अधिकारियों ने कहा कि अगर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर तेल की कीमतों में मजबूती जारी रही, तो दरें और बढ़ सकती हैं।
हालांकि, सकारात्मक नोट पर वैश्विक कच्चे तेल की कीमतों में पिछले कुछ दिनों में नरमी आई है। बेंचमार्क ब्रेंट क्रूड सोमवार को 73 डॉलर प्रति बैरल से कम पर रहा, जो कुछ हफ्ते पहले 77 डॉलर प्रति बैरल के शिखर पर था।