मुंबई। भारतीय रिजर्व बैंक ने शुक्रवार को कहा कि 2014 या उसके बाद देश से बाहर रत्ती भर भी सोना नहीं भेजा गया है। कुछ अखबारों और सोशल मीडिया में केंद्रीय बैंक द्वारा 2014 में कुछ सोना विदेश भेजने की रिपोर्ट के बाद आरबीआई ने यह बयान जारी किया है।
बयान के अनुसार दुनिया भर में केंद्रीय बैंक अपना सोना सुरक्षित रखने के लिए उसे बैंक ऑफ इंग्लैंड समेत अन्य देशों के केंद्रीय बैंकों में रखते रहे हैं और यह एक सामान्य गतिविधि है। बयान में आगे कहा गया है कि केंद्रीय बैंक ने 2014 या उसके बाद देश से रत्ती भर भी सोना अन्य देशों में नहीं भेजा है। अत: इस बारे में मीडिया में जो रिपोर्ट आई है, वह तथ्यात्मक रूप से पूरी तरह गलत है।
कांग्रेस पार्टी ने ट्विटर पर एक रिपोर्ट ट्वीट की है, जिसमें 2014 में आरबीआई का 200 टन सोना स्विट्जरलैंड भेजने की बात कही गई है। पार्टी ने रिपोर्ट टैग करते हुए कहा था कि क्या मोदी सरकार ने गुपचुप तरीके से आरबीआई का 200 टन सोना 2014 में स्विट्जरलैंड भेजा।
रिकॉर्ड स्तर पर पहुंचा स्वर्ण भंडार
ओवरसीज चाइना बैंकिंग कॉर्प के अर्थशास्त्री होवेई ली के मुताबिक आरबीआई 2019 में 15 लाख औंस सोना खरीद सकता है। अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) के मुताबिक 2018 में आरबीआई ने कुल 42 टन सोने की खरीद की है। जनवरी और फरवरी में सोने की और खरीद करने के बाद देश का स्वर्ण भंडार वर्तमान में रिकॉर्ड उच्च स्तर पर पहुंच गया है। इस समय आरबीआई के पास लगभग 609 टन सोने का भंडार है। रूस ने 2018 में सबसे ज्यादा 274 टन सोने की खरीद की है।
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