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बुरे वक्त में विजय माल्या के लग्जरी जेट को खरीदार का इंतजार

उद्योगपति विजय माल्या के निजी जेट को खरीदार का इंतजार है। कर विभाग इस जेट की नीलामी करने वाला है।

दिक्कत में चल रहे विजय माल्या के लग्जरी जेट को खरीदार का इंतजार- India TV Paisa दिक्कत में चल रहे विजय माल्या के लग्जरी जेट को खरीदार का इंतजार

मुंबई: उद्योगपति विजय माल्या के निजी जेट को खरीदार का इंतजार है। कर विभाग इस जेट की नीलामी करने वाला है। माल्या के इस निजी जेट में शानदार सोफा, बिस्तर, बार, शावर और यहां तक बाथरॉब भी है।  25 सीटों के इस विमान में देवी देवताओं के चित्र लगे हैं। वहीं माल्या के तीन बच्चों पुत्र और दो पुत्रियों के नाम भी विमान के नोज पर लिखे हैं। उनका खुद का संक्षिप्त नामकरण वीजेएम जेट के नाम का हिस्सा है।

जहां बैंक किंगफिशर एयरलाइंस से 9,400 करोड़ रुपये के कर्ज व ब्याज की वसूली का प्रयास कर रहे हैं। वहीं सेवा कर विभाग उनके निजी जेट को बेचकर अपने 500 करोड़ रुपये की वसूली का प्रयास कर रहा है। एयरबस का यह विमान पिछले तीन साल से मुंबई हवाई अड्डे पर खड़ा है और यह मिट्टी से ढंक गया है। माल्या की कई परिसंपत्तियों की नीलामी की तैयारी है जिसमें यह विमान भी शामिल है।

इस एयरबस ए319-133 सीजे विमान की बिक्री जहां है जैसा है जो भी है, शिकायत नहीं कर सकते की शर्त के साथ की जानी है। इस विमान की नीलामी पहले 12-13 मई को की जानी थी, लेकिन अब इसे 29-30 जून तक के लिए टाल दिया गया है। इस प्रयास में सिर्फ एक व्यक्ति ने विमान में रुचि दिखाई है।

अन्य चीजों के अलावा बोली लगाने वाली पार्टियों को नीलामी में भाग लेने के लिए पहले एक करोड़ रुपये जमा कराने होंगे। विमान की नीलामी सार्वजनिक क्षेत्र की एमएसटीसी लि. कर रही है।

प्रवर्तन निदेशालय ने माल्या मामले में बैंकों से मांगी जानकारी

प्रवर्तन निदेशालय ने शराब व्यवसायी विजय माल्या मामले में मनी लांड्रिंग जांच का दायरा बढ़ाते हुए किंगफिशर एयरलाइंस के करीब आधे दर्जन बैंकों से बंद पड़ी विमानन कंपनी और उसके शीर्ष अधिकारियों के वित्तीय सौदे के बारे में ब्योरा देने को कहा है।

एक सूत्र ने कहा, बैंकों को किंगफिशर एयरलाइंस के पास घरेलू और विदेशों से आए धन तथा बाहर भेजे गये धन के बारे में पूरा ब्योरा देने को कहा गया है। उनसे यह बताने को कहा गया है कि किन खातों से धन आया और किन खातों में उन्हें भेजा गया।
एक अन्य सूत्र ने कहा, ऐसा जान पड़ता है कि इसका मकसद यह देखना है कि क्या इसमें मनी लॉन्ड्रिंग का कोई मामला है या धन को कर चोरों के किसी पनाहगाह में तो नहीं रखा गया।

प्रवर्तन निदेशालय :ईडी: ने सार्वजनिक एवं निजी क्षेत्र के बैंकों से ब्योरा मांगा था और इस बारे कुछ जानकारी पिछले सप्ताह उपलब्ध करायी गयी। अबतक ईडी IDBI बैंक द्वारा किंगफिशर एयरलाइंस को दिये गये 900 करोड़ रुपये के कर्ज मामले में ध्यान दे रहा था और यह पता लगाने में जुटा है कि क्या इसमें मनी लॉन्ड्रिंग तो नहीं है। अब बैंकों से सूचना मांगने का यह मतलब है कि वह जांच का दायरा बढ़ा रहा है।

पिछले महीने PMLA (मनी लांड्रिंग निरोधक कानून) अदालत ने फरार शराब व्यवसायी विजय माल्या के खिलाफ IDBI मामले में गैर-जमानती वारंट जारी किया।

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