मुंबई। जापान की कार कंपनी निसान ने कहा कि उसके अग्रणी मॉडल माइक्रा ने जून में निर्यात के मामले में शीर्ष स्थान हासिल किया है। कंपनी ने उसके चेन्नई कारखाने में तैयार 6,807 कारों का जून माह में निर्यात किया। कंपनी ने कहा है कि जून में सबसे ज्यादा कारों का निर्यात कर निसान ने सरकार के मेक इन इंडिया कार्यक्रम में प्रमुख योगदान किया है। वर्ष 2010 में कारखाने में काम शुरू होने के बाद से निसान की 6,20,000 कारों का निर्यात हो चुका है। इससे देश को करीब 30,000 करोड़ रुपए की विदेशी मुद्रा प्राप्त हुई है।
कंपनी के चेन्नई के निकट औरगादम स्थित रेनो-निशान एलायंस संयंत्र से विनिर्मित माइक्रा का निर्यात ब्रिटेन, जर्मनी, स्विटजरलैंड और इटली सहित करीब 100 देशों को निर्यात किया जाता है।
उबर ने स्थानीय टेक्सी, वाहनों के लिए योजना शुरू की
एप आधारित टैक्सी सेवा देने वाली उबर ने शहर में टैक्सी तथा ऑटो चालकों को प्लेटफार्म से जुड़ने के लिए मी पान मलाक योजना की घोषणा की। उबर ने कहा कि योजना के तहत चालक उबर की प्रमुख वित्तीय संस्थानों तथा कार विनिर्माताओं के साथ भागीदारी के जरिए पेशकश और सेवाएं प्राप्त कर सकते हैं। वे महज 25,000 रपये डाउनपेमेंट कर सेवा प्राप्त कर सकते हैं। कंपनी का दावा है कि फिलहाल काली-पीली चालक 12 घंटे की पाली के लिये 600 रुपए प्रति पाली (सीएनजी को छोड़कर) रुपए किराया देते हैं। इतनी ही राशि में वे अपना वाहन प्राप्त कर सकते हैं।
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