निर्मला सीतारमण के वित्तमंत्री बनने से बाजार चकित, ऐसा है रक्षा मंत्री से वित्त मंत्री बनने तक का सफर
नई सरकार में पूर्व रक्षामंत्री निर्मला सीतारमण को वित्तमंत्री बनाए जाने से भारतीय निवेशक शुक्रवार को अचंभित हो गए।
मुंबई। नई सरकार में पूर्व रक्षामंत्री निर्मला सीतारमण को वित्तमंत्री बनाए जाने से भारतीय निवेशक शुक्रवार को अचंभित हो गए। उनको कॉरपोरेट कार्य मंत्रालय का जिम्मा भी सौंपा गया है। सीतारमण देश की पहली महिला वित्तमंत्री हैं। दलाल स्ट्रीट का अनुमान था कि वित्त मंत्रालय या तो अमित शाह को दिया जा सकता है या फिर पीयूष गोयल को।
निर्मला सीतारमण ने शुक्रवार को देश की पहली पूर्णकालिक महिला वित्त मंत्री बनकर एक बार फिर इतिहास रचा। वित्त मंत्री के तौर पर उन्हें आर्थिक नरमी, रोजगार सृजन, फंसे कर्ज को काबू में लाने और निवेश बढ़ाने की चुनौती से निपटना होगा। सीतारमण ने इससे पहले भी इतिहास रचा जब उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुवाई वाली पिछली सरकार में पूर्णकालिक रक्षा मंत्री का कार्यभार संभाला। मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल में अब वह वित्त मंत्रालय का जिम्मा संभालेंगी। यह पहला मौका है जब किसी महिला को पूर्णकालिक वित्त मंत्री बनाया गया है। इससे पहले, प्रधानमंत्री रहते हुये इंदिरा गांधी ने 1970-71 में वित्त मंत्रालय का अतिरिक्त कार्यभार संभाला था।
साठ साल की सीतारमण ने अरूण जेटली का स्थान लिया है। जेटली ने इस सप्ताह की शुरूआत में प्रधानमंत्री को पत्र लिखकर कहा था कि वह स्वास्थ्य कारणों से मंत्री पद पर नहीं बने रहना चाहते। उन्होंने ऐसे समय वित्त मंत्रालय का जिम्मा संभाला है जब अर्थव्यवस्था नरमी, निर्यात में गिरावट तथा फंसे कर्ज की समस्या से जूझ रही है। जेटली के मातहत काम कर चुकी सीतारमण 2014 में वित्त राज्यमंत्री और वाणिज्य मंत्रालय मे स्वतंत्र प्रभार राज्य मंत्री रह चुकी हैं। उसके बाद सितंबर 2017 में वह रक्षा मंत्री बनी। रक्षा मंत्रालय की कमान संभालने वाली वह पहली महिला थी। सीतारमण वित्त मंत्रालय का कार्यभार संभालने से पहले जेटली के आधिकारिक निवास पर गईं।
नए मंत्रिमंडल में अमित शाह गृहमंत्री बने हैं और पीयूष गोयल को पूर्ववत रेलमंत्री बनाया गया है। निर्मला सीतारमण साल 2017 से रक्षा मंत्रालय का कार्यभार संभाल रही थीं। वह राज्यसभा की सदस्य हैं। इससे पहले वह दूसरी महिला थीं जिन्होंने रक्षा मंत्री के रूप में कार्य किया है। इससे पहले निर्मला सीतारमण वित्त मंत्रालय के तहत राज्य वित्तमंत्री और कॉरपोरेट अफेयर मंत्री के तौर पर भी काम किया है।
बंबई स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) का संवेदी सूचकांक सेंसेक्स शुक्रवार को 40,000 के मनोवैज्ञानिक स्तर से फिसलकर कारोबार के अंत में 39,714.20 पर रहा। वहीं नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का संवेदी सूचकांक निफ्टी 12,000 के मनोवैज्ञानिक स्तर से फिसलने के बाद 11,922.80 पर रहा। अर्थशास्त्र में पोस्टग्रेजुएट सीतारमण वित्त व आर्थिक जगत से भलीभांति परिचित हैं। वह वित्त और कॉरपोरेट कार्य दोनों मंत्रालयों में राज्यमंत्री रह चुकी हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुवाई में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के प्रथम कार्यकाल के दौरान रक्षामंत्री बनने से पहले वह वाणिज्य मंत्री थीं।
2008 में जुड़ी थी बीजेपी से
निर्मला सीतारमण ने साल 2008 में प्रवक्ता के तौर पर बीजेपी ज्वाइन की थी और उन्होंने 2014 तक इस पद पर काम किया। साल 2014 में मोदी सरकार के पहले कार्यकाल में उन्हें जूनियर मंत्री के रूप में जिम्मेदारी दी गई। उन्हें आंध्रप्रदेश से राज्यसभा सदस्य बनाया गया। हालांकि सितंबर 2017 में उन्हें रक्षा मंत्री बनाया दिया गया। इंदिरा गांधी के बाद वह एक मात्र महिला हैं, जिन्होंने भारत के रक्षा मंत्री के रूप में काम किया है। सीतारमण बीजेपी से जुड़ी रही हैं, जबकि उनके पति प्रो कांग्रेस परिवार से आते हैं। राज्यसभा सदस्य सीतारमण जवाहरलाल नेहरू और लंदन स्कूल आफ इकोनामिक्स की छात्रा रही हैं। सीतारमण का जन्म तमिलनाडु के मदुरै में 18 अगस्त 1959 को हुआ। उनके पिता भारतीय रेलवे के कर्मचारी थे, इसलिए उनका बचपन भारत के विभिन्न राज्यों में गुजरा है। उन्होंने तिरूचिरापल्ली में रामास्वामी कॉलेज से अर्थशास्त्र में स्नातक की डिग्री ली। जेएनयू से मास्ट्रस डिग्री हासिल की है। उन्होंने लंदन में एग्रीकल्चरल इंजीनियर्स एसोसिएशन में अर्थशाशस्त्री के सहायक के रूप में काम किया। वह प्राइसवाटरहाउस में बतौर वरिष्ठ प्रबंधक काम कर चुकी हैं। इस दौरान उन्होंने कुछ समय के लिये बीबीसी वर्ल्ड सर्विस के लिये भी काम किया। भारत लौटने पर उन्होंने सेंटर फार पब्लिक पालिसी स्टडीज में उप-निदेशक के रूप में काम किया। सीतारमण 2008 में भारतीय जनता पार्टी से जुड़ी और उन्हें राष्ट्रीय कार्यकारिणी का सदस्य बनाया गया। उन्हें मार्च 2010 में पार्टी प्रवक्ता बनाया गया।
वित्त राज्य मंत्री अनुराग ठाकुर ने भी पदभार संभाला
वित्त राज्य मंत्री अनुराग ठाकुर ने भी पदभार ग्रहण कर लिया। हिमाचल के पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल के पुत्र ठाकुर ने हमीरपुर लोकसभा सीट चौथी बार जीती है। उन्होंने कांग्रेस के राम लाल ठाकुर को करीब 4 लाख रिकार्ड मतों से हराया। 44 वर्षीय ठाकुर मई 2016 से फरवरी 2017 के दौरान भारतीय क्रिकेट नियंत्रण बोर्ड के अध्यक्ष भी रहे हैं। लोढ़ा समिति के सुधारों को लागू करने में बाधा खड़ी करने की कोशिश को लेकर उच्चतम न्यायालय ने उसी साल जनवरी में उन्हें पद से हटने का आदेश दिया था।