नई दिल्ली। देश की प्रमुख हाइ़ड्रोपावर कंपनी एनएचपीसी ने वित्त वर्ष 2020-21 के दौरान अब तक का रिकॉर्ड प्रॉफिट दर्ज किया है। पावर मिनिस्ट्री के अंतर्गत इस मिनी रत्न कंपनी ने आज अपने नतीजे जारी किये। नतीजों के मुताबिक वित्त वर्ष के दौरान कंपनी को 3233 करोड़ रुपये का फायदा हुआ है जो अब तक का रिकॉर्ड उच्च स्तर है, इससे पिछले वर्ष यानि वित्त वर्ष 2021-22 में कंपनी को 3007 करोड़ रुपये का मुनाफा हुआ था।
वित्त वर्ष के दौरान कारोबार से आय 8506 करोड़ रुपये थी, जो कि बीते वित्त वर्ष में 8735 करोड़ रुपये के स्तर पर थी। वित्त वर्ष के दौरान कंपनी का कंसोलिडेटेड प्रॉफिट 3582 करोड़ रुपये रहा है, जो कि बीते वित्त वर्ष 3344 करोड़ रुपये पर था। समूह की कुल आय वित्त वर्ष के दौरान 10705 करोड़ रुपये के स्तर पर थी, जबकि 2019-20 में समूह की कुल आय 10776 करोड़ रुपये के स्तर पर थी।
नतीजों के साथ ही कंपनी के बोर्ड नें 0.35 रुपये प्रति शेयर का अंतिम डिविडेंड का ऐलान किया है। इससे पहले बोर्ड में 1.25 रुपये प्रति शेयर का अंतरिम डिविडेंड का भी ऐलान किया था। इस आधार पर वित्त वर्ष 2020-21 में कंपनी ने कुल मिलाकर निवेशकों को 1607 करोड़ रुपये के डिविडेंड का भुगतान किया. जबकि इससे पिछले साल के लिये 1506 करोड़ रुपये के डिविडेंड का ऐलान किया था। कंपनी के मुताबिक वो तेजी के साथ विस्तार योजनाओं में जुटी हुई है, जिसमें कंपनी हाइड्रोपावर सेक्टर में मजबूती बढ़ाने के साथ साथ सोलर और विंड पावर के क्षेत्र में लगातार विस्तार भी कर रही है। बीते वित्त वर्ष में कंपनी ने 5 प्रोजेक्ट को पूरा करने के लिये एमओयू पर हस्ताक्षर भी किये हैं।
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