नई दिल्ली। भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग विकास प्राधिकार (NHAI) की अगले 2-3 साल में 30,000 किलोमीटर लंबी सड़क परियोजनाओं के लिए टेंडर पेश करने की योजना है, जिनमें दिल्ली-जयपुर, हैदराबाद-बेंगलुरु व दिल्ली-जम्मू जैसी कई महत्वपूर्ण परियोजनाएं शामिल हैं।
एनएचएआई के चेयरमैन राघव चंद्रा ने कहा, हमारी अगले 2-3 साल में लगभग 30,000 किलोमीटर लंबी सड़क परियोजनाओं के लिए टेंडर जारी करने की योजना है। इनमें दिल्ली-जयपुर, लखनऊ-कानपुर, हैदराबाद-बेंगलुरु व दिल्ली-जम्मू जैसी अनेक नई परियोजनाएं भी शामिल हैं। चंद्रा ने कहा, वड़ोदरा-मुंबई एक्सप्रेस के एक खंड की तैयारियां हो चुकी हैं और टेंडर किसी भी समय जारी किया जा सकता है। यह वड़ोदरा से किम तक 250 किलोमीटर लंबा खंड है। यह बीओटी आधार पर होगा।
राघव चंद्रा ने कहा कि ज्यादातर एक्सप्रेस का डिजाइन ग्रीनफील्ड परियोजनाओं के रूप में किया गया है। उन्होंने कहा, हमने ईस्टर्न पेरीफेरल एक्सप्रेसवे पर काम पहले ही शुरू कर दिया है, जिसकी लंबाई 135 किलोमीटर है। हमें यह सितंबर 2017 तक पूरा होने की उम्मीद है, जो कि सुप्रीम कोर्ट द्वारा तय समयसीमा से 10 महीने पहले होगा। उन्होंने कहा कि छेनानी नाशरी सुरंग सितंबर तक पूरी हो जानी चाहिए। इससे जम्मू श्रीनगर के बीच यात्रा समय साढ़े चार घंटे घटकर पांच घंटे ही रह जाएगा। यह सुरंग नौ किलोमीटर लंबी होगी। उन्होंने कहा कि एनएचएआई 10,000 किलोमीटर लंबी सड़क व राजमार्ग परियोजनाओं के लिए टेंडर का काम मौजूदा वित्त वर्ष में पूरा कर लेगा। वहीं इस तरह की 12000-15000 किलोमीटर लंबी ऐसी परियोजनाएं भौतिक रूप से अगले तीन साल में पूरा होने की उम्मीद है।
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