मुंबई। भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के नव नियुक्त डिप्टी गवर्नर माइकल देवव्रत पात्रा मौद्रिक नीति विभाग का काम देखेंगे। इस विभाग में पूर्वानुमान एवं प्रतिरुपण एकक भी आता है। केंद्रीय बैंक ने कामों के नए बंटवारे में पात्रा को इसके अलावा सात अन्य इकाइयों की जिम्मेदारी भी दी है।
रिजर्व बैंक में गवर्नर के अलावा चार डिप्टी गवर्नर होते हैं। डिप्टी गवर्नर विभिन्न विभागों की जिम्मेदारी संभालते हैं। पात्रा बैंक में कार्यकारी निदेशक थे। उन्हें विरल आचार्य के इस्तीफे के बाद रिक्त जगह पर डिप्टी गवर्नर बनाया गया है। कार्यकारी निदेशक रहते हुए वह रिजर्व बैंक की मौद्रिक नीति समिति में थे।
बता दें कि, केंद्र ने 14 जनवरी (मंगलवार) को ही माइकल देवव्रत पात्रा को भारतीय रिजर्व बैंक का नया डिप्टी गवर्नर नियुक्त किया है। कार्मिक मंत्रालय ने इस बारे में आदेश जारी किया है। पात्रा का कार्यकाल तीन साल का होगा। पात्रा अभी तक कार्यकारी निदेशक के रूप में मौद्रिक नीति विभाग का काम देख रहे थे। वह रिजर्व बैंक के चौथे डिप्टी गवर्नर होंगे।
गौरतलब है कि विरल वी आचार्य के इस्तीफे के बाद से यह पद रिक्त था। आचार्य ने पिछले साल जून में इस्तीफा दिया था। समझा जाता है कि पात्रा के पास भी आचार्य की तरह ही मौद्रिक नीति विभाग रहेगा। गवर्नर शक्तिकान्त दास की अगुवाई वाले रिजर्व बैंक में अधिकतम चार डिप्टी गवर्नर हो सकते हैं। केंद्रीय बैंक के अन्य तीन डिप्टी गवर्नर एन एस विश्वनाथन, बी पी कानूनगो और एम के जैन हैं।
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