पेट्रोल पंप का लाइसेंस लेना अब होगा बहुत आसान, तेल मंत्रालय ने मांगा आम जनता से सुझाव
देश में पेट्रोल पंप की स्थापना और एटीएफ की खुदरा बिक्री हेतु सुझाव देने के लिए बनी एक विशेषज्ञ समिति ने अपनी अंतिम रिपोर्ट तैयार करने से पहले इस मुद्दे पर आम जनता से उनके सुझाव मांगे हैं।
नई दिल्ली। देश में पेट्रोल पंप की स्थापना और एटीएफ की खुदरा बिक्री हेतु सुझाव देने के लिए बनी एक विशेषज्ञ समिति ने अपनी अंतिम रिपोर्ट तैयार करने से पहले इस मुद्दे पर आम जनता से उनके सुझाव मांगे हैं। तेल मंत्रालय ने ईंधन की खुदरा बिक्री के लिए दिए जाने वाले लाइसेंस के नियमों को आसान बनाने के लिए सुझाव देने हेतु पिछले महीने पांच सदस्यीय विशेषज्ञ समिति का गठन किया था। इस समिति की पहली बैठक 2 नवंबर को आयोजित की गई और समिति ने सभी हितधारकों और आम जनता से इस पर सुझाव देने के लिए आमंत्रित किया है। समिति ने सुझाव देने के लिए दो हफ्ते का समय दिया है।
वर्तमान में, भारत में ईंधन की खुदरा बिक्री के लिए लाइसेंस लेने हेतु एक कंपनी को हाइड्रोकार्बन एक्सप्लोरेशन और उत्पादन, रिफाइनिंग, पाइपलाइन या तरलीकृत प्राकृतिक गैस (एलएनजी) टर्मिनल में 2,000 करोड़ रुपए का निवेश करना आवश्यक होता है। मंत्रालय ने विशेषज्ञ समिति से पेट्रोल, डीजल और एटीएफ के लिए खुदरा लाइसेंस देने हेतु मौजूदा निर्देशों को लागू करने से जुड़े मुद्दों पर सुझाव देने के लिए भी कहा है। इस समिति में जानेमाने अर्थशास्त्री किरिट पारिख, पूर्व तेल सचिव जीसी चतुर्वेदी, इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन के पूर्व चेयरमैन एमए पठान, आईआईएम अहमदाबाद के डायरेक्टर एरोट डीसूजा और पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्रालय में संयुक्त सचिव आशुतोष जिंदल शामिल हैं।
सभी संबंधित पक्षों से बातचीत के बाद समिति को 60 दिन के भीतर अपनी रिपोर्ट मंत्रालय को सौंपना है। यह समिति देश में प्रमुख ईंधन के खुदरा व्यापार में प्राइवेट सेक्टर की प्रतिभागिता के मौजूदा ढांचे और स्तर का भी अध्ययन करेगी। यह समिति प्राइवेट मार्केटिंग कंपनियों के लिए रिटेल आउटलेट्स के विस्तार में आने वाली अड़चनों की भी पहचान करेगी।
देश में इस समय कुल 63,498 पेट्रोल पंप हैं, जिसमें से अधिकांश सार्वजनिक तेल विपणन कंपनियों इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन, भारत पेट्रोलियम और हिन्दुस्तान पेट्रोलियम के हैं। रिलायंस इंडस्ट्रीज, नायरा एनर्जी (पूर्व नाम एस्सार ऑयल) और रॉयल डच शेल प्राइवेट कंपनियां हैं, जिनकी उपस्थिति सीमित है। दुनिया की सबसे बड़ी ऑयल रिफाइनरी चलाने वाली रिलायंस के पास इस समय देश में 14,00 से कम पेट्रोल पंप हैं। नायरा एनर्जी के 4,833 और शेल के 114 पेट्रोल पंप देशभर में संचालित हैं।
ब्रिटेन की बीपी पीएलसी ने कुछ वर्ष पहले भारत में 3500 पेट्रोल पंप खोलने का लाइसेंस हासिल किया था, लेकिन उसने अभी तक इस पर काम शुरू नहीं किया है। पिछले हफ्ते ही, फ्रांस की ऊर्जा कंपनी टोटल ने अडानी ग्रुप के साथ मिलकर अगले 10 सालों में 1500 पेट्रोल पंप खोलने की घोषणा की है। 27,325 पेट्रोल पंप के साथ आईओसी मार्केट लीडर है। इसके बाद 15,255 पेट्रोल पंप के साथ एचपीसीएल दूसरे और 14,565 पेट्रोल पंप के साथ बीपीसीएल तीसरे स्थान पर है।