नोएडा। मेट्रो की नई एक्वा लाइन से नोएडा और ग्रेटर नोएडा में घरों की मांग में उल्लेखनीय इजाफा होगा। रीयल एस्टेट कंपनियों तथा परामर्शकों ने यह अनुमान जताया है। इस नई मेट्रो लाइन से पश्चिमी उत्तर प्रदेश के दो शहर जुड़ेंगे। एक्वा लाइन में कुल 21 स्टेशन हैं, जिनमें से 15 नोएडा में और छह ग्रेटर नोएडा में है। एक्वा लाइन का मार्ग 29.7 किलोमीटर का है।
सीबीआरई इंडिया के शोध प्रमुख अभिनव जोशी ने कहा कि मेट्रो संपर्क की वजह से क्षेत्र में आवासीय इकाइयों की मांग बढ़ेगी। इसके अलावा इससे वाणिज्यिक और खुदरा क्षेत्र को भी फायदा होगा। जोशी ने कहा कि पूर्व में भी मेट्रो लाइन की वजह से किसी क्षेत्र के रीयल एस्टेट को आगे बढ़ाने में मदद मिलेगी।
रीयल्टी कंपनियों के संगठन क्रेडाई ने कहा कि नोएडा एक्सप्रेस-वे से जुड़े क्षेत्रों को बेहतर कनेक्टिविटी मिल सकेगी। क्रेडाई पश्चिमी उत्तर प्रदेश के अध्यक्ष प्रशांत तिवारी ने कहा कि इससे नोएडा एक्सटेंशन जैसे क्षेत्रों से आना-जाना सुविधाजनक हो सकेगा। तिवारी ने कहा कि बाजार धारणा पर काम करता है, रीयल एस्टेट क्षेत्र में धारणा सकारात्मक है।
गुलशन होम्ज के निदेशक दीपक कपूर ने कहा कि नई मेट्रो लाइन से इस क्षेत्र के घर खरीदारों को काफी राहत मिली है। महागुन ग्रुप के निदेशक धीरज जैन ने कहा कि मेट्रो का लाभ स्थानीय निवासियों के साथ रीयल एस्टेट क्षेत्र दोनों को मिलेगा।
स्पेक्ट्रम मेट्रो के परियोजना प्रमुख सागर सक्सेना ने कहा कि एक्वा लाइन के साथ कई आवासीय ओर वाणिज्यिक परियोजनाओं का निर्माण चल रहा है। यह नोएडा और ग्रेटर नोएडा के रीयल्टी क्षेत्रों के लिए एक बड़ा दिन है।
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