नई दिल्ली। देश में डॉक्टर को दवा कंपनियों की तरफ से जो महंगे गिफ्ट और विदेशों के टुअर पैकेज मिलते हैं वह जल्दी बंद हो सकते हैं। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक केंद्र सरकार ने फार्मा कंपनियों की तरफ से दवा के प्रचार और प्रसार के लिए एक ड्राफ्ट तैयार किया है जिसमें फार्मा कंपनियों की तरफ से डॉक्टरों को अधिकतम 1000 रुपए तक का गिफ्ट देने का प्रस्ताव है। 1000 रुपए से अधिक का गिफ्ट डॉक्टर नहीं ले सकेंगे
ड्राफ्ट में यह भी लिखा गया है कि कोई फार्मा कंपनी अगर नए नियमों को नहीं मानेगी तो उसकी मार्केटिंग पर एक साल या इससे अधिक समय के लिए रोक लगा दी जाएगी साथ में जिस दवा की मार्केटिंग की गई है उसके सारे सैंपल भी जब्त कर लिए जाएंगे। इतना ही नहीं नई नीति के तहत दवा कंपनी किसी भी दवा के बारे में भ्रामक जानकारी भी नहीं दे सकेगी साथ में किसी दवा के ट्रायल को भी सीमित किया जाएगा। ड्राफ्ट के तहत अगर कोई कंपनी मार्केटिंग को दोबारा शुरू करना चाहेगी तो उसे 50,000 रुपए से लेकर 1 करोड़ रुपए तक की पेनल्टी भरनी पड़ सकती है। सूत्रों के मुताबिक अभी इस नीति पर सिर्फ विचार हो रहा है, इसके लागू करने को लेकर किसी तरह का फैसला नहीं हुआ है।
दुनियाभर में दवा की मार्केटिंग को लेकर फार्मा कंपनियों पर इसी तरह की पाबंदी लगाई जाती है, लेकिन भारत में अभी तक इस तरह की कोई नीति नहीं है। दवा कंपनियां अपनी दवा को ज्यादा से ज्यादा प्रोमोट करने के लिए डाक्टरों को कई महंगे गिफ्ट और विदेशी टुअर पैकेज देती हैं। कई बार सरकार के पास इस तरह की शिकायतें आ चुकी हैं लेकिन कारगर नीति के अभाव में इस तरह की शिकायतों का निपटारा नहीं हो पाता।
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