मुंबई। नेस्ले इंडिया ने गुरुवार को 2016 की पहली तिमाही में शुद्ध मुनाफा 19 फीसदी घटकर 259 करोड़ रुपए होने की जानकारी दी है, जबकि साल 2015 की पहली तिमाही में कंपनी का शुद्ध मुनाफा 320 करोड़ रुपए रहा था। कंपनी ने एक बयान जारी कर बताया कि समीक्षाधीन तिमाही में उसकी कुल बिक्री पिछले साल की इसी अवधि के मुकाबले 8.4 फीसदी घटकर 2,296 करोड़ रुपए रही। कंपनी ने कहा कि उसके मुनाफे पर 2015 में हुए मैगी विवाद के कारण भी असर पड़ा है।
5 महीने में 50 फीसदी बाजार पर दोबारा जमाया कब्जा
नेस्ले इंडिया के अध्यक्ष सह प्रबंध निदेशक सुरेश नारायण ने बताया, “हमारे नतीजों में क्रमश: बिक्री और मुनाफे में सुधार दिख रहा है। यह बेहद संतोषजनक है कि हम अपने कारोबार को फिर से खड़ा करने में कामयाब रहे हैं, खासतौर से मैगी नूडल को लेकर एक साल काफी कठिन रहे हैं। मैगी नूडल ने दुबारा लांच होने के 5 महीने में ही 50 फीसदी बाजार पर कब्जा जमा लिया है।” उन्होंने आगे कहा, “हम उपभोक्ताओं के लिए प्रासंगिक नवाचार और नवीकरण के जरिए बिक्री बढ़ाने पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं।”
जानिए मैगी विवाद का पूरा सच
फूड सेफ्टी एवं ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन(एफडीए) द्वारा कराए जांच में मैगी में भारी मात्रा में मोनोसोडियम ग्लूटामेट(एमएसजी) और लेड (सीसा) पाया गया था। इसके बाद सरकार ने मैगी के बिक्री और उत्पादन पर प्रतिबंध लगा दिया था। एक साल से भी अधिक समय तक बाजार से गायब मैगी ने इस दोबारा एंट्री की है। इंस्टेंट नूडल्स बाजार में फिर से पकड़ बनाने के लिए नेस्ले इंडिया ने मैगी के वनस्पति आटा नूडल्स और ओट्स यानी जई नूडल्स को फिर से बाजार में उतारा है।
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